आधुनिकता के इस दौर में भी संस्कार की पाठशाला से कलयुग के श्रवण कुमार निकल रहे हैं। ऐसे ही एक श्रवण कुमार का नाम है राहुल सैनी। जो अपने दादा-दादी को कावड़ पर बैठाकर हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आ रहा है।
22 साल के राहुल सैनी की रग में बुजुर्गों का सम्मान खून के रूप में हिलोरे ले रहा है। राहुल ने दादा-दादी की इच्छा पर उन्हें हरिद्वार के दर्शन कराकर अब शिवरात्रि पर पवित्र गंगाजल का जलाभिषेक कराना है। जिसका उद्देश्य लोगों को बुजुर्गों की सेवा का संदेश देना है।
गाजियाबाद के गांव असालतपुर निवासी किसान राजवीर सैनी का 22 वर्षीय बेटा राहुल सैनी साहिबाबाद मंडी में आड़त का काम करता है। राहुल सैनी ने हरिद्वार से कावड़ उठाई है। वह अपने दादा और दादी को कावड़ पर लेकर हरिद्वार से गाजियाबाद जा रहा है। गंगाजल लेकर हरिद्वार से आ रहे राहुल सैनी ने बताया कि वह अपने दादा-दादी की इच्छा पूरी कर रहा है।
राहुल सैनी के 85 वर्षीय दादा धन्नु और 80 वर्षीय दादी बलबीरी बुजुर्ग होने के कारण चलफिर नहीं पाते। बताया कि दादा-दादी ने कई वर्ष पहले हरिद्वार से कावड़ उठाने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन बुजुर्ग होने के चलते दोनों अपनी इच्छा पूरी नहीं कर पा रहे थे। राहुल ने बताया कि अपने दादा-दादी की इच्छा पूरी करने के लिए ही वह श्रवण कुमार बना।
दादी-दादा की इच्छा पूरी करनी थी
उसने हरिद्वार से गंगाजल लेकर दादा-दादी को कावड़ में बैठाया और गाजियाबाद के लिए चल दिया। बताया कि उसके साथ भाई विशाल, सागर प्रशांत और विकास भी हैं। जो बुजुर्ग दादा-दादी की इच्छा पूर्ति में उसकी मदद कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर पहुंचे राहुल सैनी ने बताया कि वह पहले भी कावड़ उठा चुका है। इस बार दादा-दादी की मनोकामना पूरी करने के लिए कावड़ उठाई है।
10 किलोमीटर प्रतिदिन चल रहे राहुल
दादा-दादी को कावड़ पर बैठाकर चल रहे राहुल सैनी ने बताया कि वह प्रतिदिन 10 किलोमीटर चलता है। बताया कि उसने 20 जून को हरिद्वार से कावड़ उठाई थी और शिवरात्रि तक वह गाजियाबाद पहुंच जाएगा।