वृद्ध -विधवा पेंशन 3 हज़ार करों नहीं तो भूखे मरजाएंगे

शामली। वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति द्वारा वृद्ध एवं विधवा पेंशन की राशि 3 हजार रुपये प्रति माह करने की मांग को लेकर दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन भुखहड़ताल जारी रही। समिति ने कहा है कि यदि पेंशन की राशि में बढोत्तरी कर दी गयी तो लगभग 20 प्रतिशत बुजुर्गों की चुनाव में हिस्सेदारी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।
आपको बता दें कि वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति द्वारा गुरुवार को वृद्ध एवं विधवा पेंशन की राशि 3 हजार रुपये प्रतिमाह करने की मांग को लेकर सुभाष चौंक पर अनिश्चितकालीन भुखड़ताल जारी रही। समिति के अध्यक्ष रमेश चंद विश्वकर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में वृद्ध एवं विधवा पेंशन की राशि बहुत कम है जिससे एक व्यक्ति का केवल चाय का खर्च ही पूरा नही हो पाता जबकि इस अवस्था में दवा आदि में भी खर्च होता रहता है। उन्होंने कहा कि पडौसी राज्यों हरियाणा आदि में उत्तर प्रदेश से अधिक 2500 रुपये प्रतिमाह की पेंशन मिलती है, उत्तर प्रदेश में पेंशन बनवाने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पडता है जबकि अन्य राज्यों में पेंशन बनवाना सुलभ है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के कष्टदायक जीवन को देखते हुए वृद्ध एवं विधवा पेंशन की राशि 3 हजार रुपये प्रतिमाह करने की मांग की ताकि वृद्धों का जीवन सरल हो सके और परिवार का अनदेखी न झेलनी पडे। उन्होंने कहा कि यदि पेंशन की राशि में बढोत्तरी कर दी गयी तो वोट के हिसाब से भी लगभग 20 प्रतिशत बुजुर्गों की हिस्सेदारी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।

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