22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। यह हमला न केवल पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आतंकवाद किस कदर मज़हबी सोच से संचालित होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में आकर पर्यटकों के एक समूह को रोका और उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया। इस बर्बर हमले में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। हमले के दौरान आतंकियों ने विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों की पहचान कर उन पर गोलियां चलाईं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ हैं।
इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने ली है। यह भी सामने आया है कि हमलावरों ने पीड़ितों के कपड़े उतरवाकर यह जांचा कि वे मुस्लिम हैं या नहीं। कलावा और अन्य धार्मिक प्रतीकों के आधार पर धर्म की पुष्टि के बाद उनकी हत्या की गई, जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि आतंकवाद केवल राजनीतिक नहीं, मज़हबी एजेंडे से भी संचालित होता है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में ही रद्द कर भारत लौटने का निर्णय लिया है। वे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह भी तत्काल पहलगाम रवाना हो गए हैं। सरकार की ओर से यह संकेत दिया गया है कि आतंक के सफाए के लिए अब निर्णायक कदम उठाए जाएंगे, जिनमें आतंकियों के साथ-साथ उन्हें समर्थन देने वाली सरकारों और स्थानीय सहयोगियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई शामिल होगी।
इस्लामिक कट्टरपंथ के संदर्भ में यह मान्यता भी सामने आ रही है कि कुछ आतंकी संगठनों की विचारधारा के अनुसार हिंसा इस्लाम के मूल में शामिल है। यही विचारधारा दुनिया के कई हिस्सों में गैर-मुस्लिमों के खिलाफ चलाए जा रहे जिहाद का आधार बन चुकी है। जम्मू-कश्मीर हो या इजराइल, इस्लामिक आतंकवाद की कार्यप्रणाली और उद्देश्यों में एकरूपता देखी जा सकती है।
उदाहरण के तौर पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास और अन्य आतंकी संगठनों द्वारा इजरायल पर किए गए हमले में 1,200 से अधिक लोगों की जान गई थी और 240 से अधिक बंधक बनाए गए थे। इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इन संगठनों की क्षमताओं को गंभीर नुकसान पहुंचाया और कई बड़े आतंकी नेताओं को मार गिराया।
पहलगाम का आतंकी हमला न केवल मानवता के खिलाफ अपराध है, बल्कि यह भारतीय संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक सीधा खतरा है। इस हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष पर्यटकों को हम अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।
– अशोक बालियान, चेयरमैन, पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन