मुजफ्फरनगर के कचहरी गेट पर बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के निकट निर्माणाधीन शराब की मॉडल शॉप का दलित-मुस्लिम एकता मंच और डॉ. भीमराव अंबेडकर बौद्ध ट्रस्ट ने कड़ा विरोध जताया है। दोनों संगठनों ने इसे संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान करार देते हुए अलग-अलग प्रदर्शन किए और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
सोमवार को दलित-मुस्लिम एकता मंच के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर शराब की दुकान के निर्माण के खिलाफ नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट जाकर एसडीएम संजय सिंह को डीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
उधर, डॉ. भीमराव अंबेडकर बौद्ध ट्रस्ट के सदस्यों ने भी इसी मुद्दे पर प्रदर्शन किया और एसडीएम अपूर्वा यादव को अपना ज्ञापन सौंपा। दोनों संगठनों ने मांग की कि शराब की मॉडल शॉप का निर्माण तत्काल रोका जाए।
दलित-मुस्लिम एकता मंच ने कहा कि बाबा साहेब की प्रतिमा के पास शराब की दुकान बनाना उनकी महानता और उनके सिद्धांतों का अपमान है। संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा, “यह न केवल दलित समाज, बल्कि सभी समुदायों के लिए शर्मिंदगी की बात है।
बाबा साहेब ने सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, और अब उनके सम्मान के ठीक सामने शराब की दुकान बनाना अस्वीकार्य है।” इसी तरह, भीमराव अंबेडकर बौद्ध ट्रस्ट ने इसे संविधान के जनक के प्रति असम्मान बताते हुए प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की।
दोनों संगठनों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि अगर शराब की दुकान का निर्माण नहीं रोका गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ेंगे। उन्होंने प्रशासन से मॉडल शॉप को दूसरी जगह स्थानांतरित करने और इस निर्णय को वापस लेने की अपील की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यह मामला भावनाओं से जुड़ा है और इसे हल्के में लेना ठीक नहीं होगा।