मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर स्थित किआ कार शोरूम में पिछले दो दिनों से भारतीय किसान यूनियन (चौधरी) के नेतृत्व में जोरदार धरना-प्रदर्शन चल रहा है। भाकियू चौधरी ने शोरूम के खिलाफ धरना दिया है, जिसमें उन्होंने गाड़ी की डिलीवरी और ग्राहकों के पैसों के हिसाब की मांग की है। यूनियन का कहना है कि जब तक हर ग्राहक के एक-एक पैसे का हिसाब नहीं मिल जाता और गाड़ी की डिलीवरी नहीं होती, तब तक शोरूम से एक भी गाड़ी या सामान नहीं हिलने दिया जाएगा।
भाकियू चौधरी का आरोप है कि किआ शोरूम के मालिक और कर्मचारियों ने 70-72 ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की है। विशेष रूप से दिवाली के आसपास से तब ये फ्रॉड शुरू हुआ, जब एजेंसी के शिफ्ट होने की बात सामने आई। भाकियू पदाधिकारियों ने ये भी कहा कि शोरूम के कर्मचारियों के साथ मिलकर एजेंसी मालिक ने ग्राहकों से रकम तो ली, लेकिन गाड़ी की डिलीवरी नहीं की। आरोप ये भी है कि ग्राहकों को फर्जी रसीदें दी गईं, जिसके कारण धोखाधड़ी का मामला और भी गंभीर हो गया।
पुलिस जांच और ग्राहकों की भारी भीड़
इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। सीओ खतौली ने बताया कि अब तक पुलिस को 14-15 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। एजेंसी मालिक और कर्मचारियों द्वारा ये सत्यापित किया जा रहा है कि किस ग्राहक ने कितनी रकम दी और कितनी राशि एजेंसी के पास आई। मेरठ से अतिरिक्त कर्मचारियों को भेजा गया है, जो इस सत्यापन कार्य में जुटे हुए हैं। सीओ ने ये भी कहा कि पहले उन ग्राहकों को गाड़ी दी जाएगी, जिन्होंने अपनी बेटियों की शादी के लिए बुकिंग की थी।
धरना स्थल पर व्यवस्था और पुलिस की मौजूदगी
धरना स्थल पर खाने-पीने से लेकर नहाने-धोने तक की पूरी व्यवस्था की गई है। शोरूम प्रागंण में ग्राहकों की भारी भीड़ जमा रही, जबकि मंसूरपुर पुलिस भी मौके पर तैनात रही। धरना स्थल पर भाकियू के लोग पूरी तरह से डटे हुए हैं, और उनका कहना है कि जब तक सभी ग्राहकों को न्याय नहीं मिलता, वे इस संघर्ष को जारी रखेंगे।