पुरकाजी (मुज़फ्फरनगर)। हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रही एक श्रद्धालु की आस्था और जीवन-यात्रा चर्चा का विषय बन गई है। गाज़ियाबाद निवासी शबनम, जो कभी मुस्लिम समुदाय से थीं, अब सनातन धर्म को अपना चुकी हैं। पहली बार कांवड़ यात्रा में शामिल होकर वह 21 लीटर पवित्र गंगाजल लेकर अपने सास-ससुर की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोलेनाथ का जल चढ़ाएंगी।
शबनम ने बताया कि पहले पति के निधन के बाद जब उनके मायके वालों ने साथ छोड़ दिया, तब एक हिंदू परिवार ने उन्हें अपनाया और सहारा दिया। उसी परिवार के बेटे पवन से विवाह कर उन्होंने सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। आज वह शिव भक्ति में पूरी तरह रच-बस गई हैं।
12 जुलाई को उन्होंने अपने पति पवन के साथ हरिद्वार से कांवड़ यात्रा शुरू की। यह कांवड़ उन्होंने अपने सास-ससुर मंजू देवी और अशोक कुमार को समर्पित की है, जिन्होंने उन्हें बेटी की तरह स्नेह दिया।
शबनम ने अपनी कांवड़ के दोनों ओर अपने सास-ससुर की तस्वीरें लगाई हैं। उनका कहना है कि यही उनका परिवार है और वह भोलेनाथ से प्रार्थना करती हैं कि उनके सास-ससुर को दीर्घायु और स्वस्थ जीवन मिले। उनके दो बच्चे भी हैं और अब उनका पूरा परिवार भोलेनाथ की भक्ति में समर्पित है।