कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने छात्र-छात्राओं के सामने भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। फ्लाइट के टिकटों पर महंगाई की मार है। कनाडा जाने के लिए दुबई से घूमकर जाना पड़ा रहा है। यात्रा में कई-कई दिन का समय छात्र-छात्राओं को लग रहा है। कनाडा, अमेरिका और यूरोप के अन्य देशों में जाने वाली फ्लाइट का खर्च भी कई गुना बढ़ गया है। छात्रों को दुबई के रास्ते से ही जाना पड़ रहा है। जगह-जगह कोरोना की जांच सबसे बड़ी समस्या है। जिले के लगभग दो सौ छात्र-छात्राएं विदेशों में उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
केस-एक: दो लाख में पहुंचे कनाडा
मुजफ्फरनगर निवासी मिलिन कुच्छल कनाडा में पढ़ाई कर रहा है। मिलिन के पिता नवनीत कुच्छल ने बताया कि बेटे को कनाडा तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। पहले फ्लाइट 40 हजार रुपये में कनाडा तक जा रही थी, अब वह वह दो लाख तक पहुंच गई है। इसके चलते अब दुबई के रास्ते से कनाडा जाना पड़ रहा है। रूट बदले जाने के बावजूद 80 हजार रुपये का खर्च आया।
केस-दो : संक्रमण बढ़ा तो बदल गए टिकट के दाम
नई मंडी निवासी आकाश जैन ने बताया कि लंदन जाने के लिए काफी पहले टिकट करा लिया था। इसलिए उसे 55 हजार रुपये में टिकट मिल गया था, अब अचानक टिकट के रेट में अंतर आ गया है। कोरोना के नए स्वरूप के कारण शिक्षा प्रभावित जरूर हो रही है।
एयरपोर्ट पर जांच के लिए करनी पड़ रही जेब ढीली
नवनीत कुच्छल ने बताया कि कनाडा तक पहुंचने के लिए पांच बार तो आरटीपीसीआर की जांच करानी पड़ी। एयरपोर्ट पर जांच के लिए चार हजार रुपये लिए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के कारण भारी परेशानी खड़ी हो गई है।