मुजफ्फरनगर। मंगलवार को जिला निर्वाचन कार्यालय में 2017 के विधानसभा चुनाव की EVM मशीनों की सील खोल दी गई। यह कार्रवाई जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की उपस्थिति में की गई।
2017 के विधानसभा चुनाव में मीरापुर सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लियाकत अली ने निर्वाचन अधिकारी पर धांधली का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि जीत की घोषणा के बावजूद उन्हें हराया गया और भाजपा के प्रत्याशी अवतार भड़ाना को विजेता घोषित कर दिया गया।
इस मामले में लियाकत अली ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद 2022 में विधानसभा चुनाव हुआ, जिसमें रालोद-सपा गठबंधन के चंदन चौहान विजयी हुए। चंदन चौहान बाद में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा-रालोद गठबंधन से सांसद चुने गए।
अब लियाकत अली ने जिलाधिकारी से बातचीत के बाद EVM मशीनों के इस्तेमाल की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें इस मामले में किसी प्रकार की उम्मीद या चिंता नहीं है।
इस घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा कि “जो व्यक्ति बेईमानी से जीतता है, वह हर दिन अपने दिल और दिमाग में सबसे बुरी हार का सामना करता है।”