मुजफ्फरनगर। जिला कारागार में बंद नफीस अंसारी गैंग के गैंगस्टर नईम धोबी की रविवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह पिछले दो वर्षों से जेल में बंद था। इसी दिन एक अन्य कैदी की भी हालत बिगड़ने पर जिला कारागार लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। दोनों मृतकों के शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जेल अधीक्षक अभिषेक चौधरी ने बताया कि शामली के थानाभवन क्षेत्र के गांव हिंड का रहने वाला माशूक अली हत्या के मामले में मई 2022 से जिला कारागार में बंद था। वह पिछले तीन महीने से बीमार चल रहा था। उसे इलाज के लिए मेरठ और दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भी ले जाया गया था। 5 जून को सफदरजंग अस्पताल से उसे छुट्टी मिली थी, लेकिन बाद में जेल के अस्पताल में उसका उपचार जारी था। रविवार को उसकी तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
वहीं, खालापार थाना क्षेत्र के मोहल्ला कस्सावान निवासी गैंगस्टर नईम धोबी आर्म्स एक्ट के तहत अक्टूबर 2023 से जेल में था। कुछ दिन पहले हार्ट संबंधी समस्या के चलते उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजा गया था, जहां तीन स्टेंट लगाए गए। इलाज के बाद शनिवार को वह जिला कारागार वापस आया था, लेकिन अचानक रविवार को उसकी तबीयत बिगड़ गई और जिला अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।