वैष्णो देवी हादसा: इकलौते बेटे कार्तिक का शव गांव पहुंचते ही फफक पड़े परिजन

मुजफ्फरनगर। वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन में जान गंवाने वाले इंजीनियर मिंटू कश्यप के इकलौते बेटे कार्तिक का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पैतृक गांव अलीपुर खुर्द (तिरपड़ी) पहुंचा। शव जैसे ही गांव पहुँचा, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, वहीं ग्रामीण भी गमगीन हो उठे।

कार्तिक (22) नगर कोतवाली क्षेत्र के रामलीला टिल्ला स्थित किले मोहल्ले निवासी इंजीनियर मिंटू कश्यप का इकलौता बेटा था। 24 अगस्त को मिंटू अपनी पत्नी संगीता, बेटी उमंग और साली की पुत्री वैष्णवी के साथ वैष्णो देवी यात्रा पर गए थे। 26 अगस्त को मंदिर मार्ग पर आए भूस्खलन में पूरा परिवार इसकी चपेट में आ गया। हादसे में कार्तिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संगीता और उमंग गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिजनों ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट पर किया जाएगा।

इसी बीच जानकारी मिली कि रामपुरी से यात्रा पर गए 23 श्रद्धालुओं में पांच की मौत हो चुकी है, जबकि एक युवती आकांक्षा अब भी लापता है। परिजन उसकी तलाश में जम्मू-कश्मीर के जेएमसी अस्पताल और अन्य इलाकों में जुटे हुए हैं।

मृतक कार्तिक के चाचा बाबूराम ने बताया कि मिंटू ने किसी परिचित का फोन लेकर उन्हें हादसे की खबर दी थी। घटना की सूचना मिलते ही घर में मातम छा गया। बाबूराम शव लेने के लिए जम्मू रवाना हुए थे, लेकिन खराब मौसम के कारण पुलिस ने उन्हें पठानकोट में रोक लिया। बाद में मौसम सुधरने पर वह आगे बढ़े और शव को लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे।

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