मुजफ्फरनगर। गंगनहर में बहती एक अज्ञात महिला के शव को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने शव को देखकर तत्काल गंगनहर चौकी इंचार्ज नेमपाल सिंह को सूचना दी, लेकिन मौके पर पहुंचे दरोगा ने ना केवल उनके साथ अभद्रता की, बल्कि शव को निकालने के बजाय आगे बहा दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि दरोगा ने शव को अगले दिन सुबह निकालने की बात कहकर टाल दिया, जबकि शव को तत्काल निकालने की आवश्यकता थी। इस घटना को लेकर स्थानीय वकील ललित चौधरी ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र भेजकर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सीओ मंडी रूपाली राव ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। वहीं, सिखेड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मौके पर दरोगा द्वारा केवल पुलिस शिविर को कुछ दूरी पर शिफ्ट करने की बात कही गई थी, जिससे असहमति के चलते कहासुनी हो गई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गंगनहर में किसी शव के बहने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।