मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने खेती के लिए 10 घंटे विद्युत आपूर्ति की मांग को लेकर बिजली विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन भाकियू (अ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसमें किसानों, किसान नेताओं और यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती के लिए निर्बाध 10 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना था। भाकियू नेताओं ने आरोप लगाया कि हाल ही में खेती के लिए दी जाने वाली 10 घंटे की बिजली में से 2 घंटे की कटौती कर दी गई है, जिससे किसानों को भारी परेशानी हो रही है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि इस कटौती को तुरंत खत्म कर पहले की तरह 10 घंटे बिजली आपूर्ति बहाल की जाए।
धरने के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने एक व्यावहारिक सुझाव भी दिया। उनका कहना था कि औद्योगिक क्षेत्रों में 2 घंटे की बिजली कटौती करके यह बिजली किसानों को दी जा सकती है। इससे उद्योगों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और किसानों की जरूरतें भी पूरी हो सकेंगी। ये सुझाव किसानों के हित में प्रशासन के लिए एक रास्ता सुझाने की कोशिश के तौर पर देखा जा सकता है।
प्रदर्शन के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में किसानों की समस्याओं को विस्तार से बताया गया और 10 घंटे बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग दोहराई गई। ये ज्ञापन मुजफ्फरनगर के मुख्य अभियंता कार्यालय में सौंपा गया, जिसके बाद किसानों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई।