मुजफ्फरनगर। सात वर्षों से दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ना झेल रही एक महिला को उसके पति ने घर से बाहर निकाल दिया और तीन तलाक दे दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की, जिसके बाद नगर कोतवाली पुलिस ने पति सहित आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जानकीदास निवासी शबीना ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2017 में खालापार थाना क्षेत्र के किदवई नगर निवासी सदाकत के साथ हुई थी। विवाह के बाद से ही पति व ससुराल पक्ष दहेज को लेकर असंतुष्ट थे। आरोप है कि आरोपी लगातार नकद धनराशि और कार की मांग कर रहे थे। मना करने पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया गया।
इसी दौरान पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद उसके साथ दुर्व्यवहार और अधिक बढ़ गया। महिला का आरोप है कि उसका पति एक आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति है और खालापार थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसे घर से निकाल दिया गया, तब से वह अपने मायके में रह रही है।
शबीना का आरोप है कि 19 जनवरी 2025 को उसका पति सदाकत अपने परिवार के सदस्यों के साथ मायके पहुंचा और पुनः दहेज की मांग की। इंकार करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान पति ने सास के कहने पर तीन तलाक दे दिया।
महिला का आरोप है कि जाते समय आरोपी उसकी बच्ची को भी अपने साथ ले गए और धमकी दी कि यदि शिकायत की तो अंजाम गंभीर होंगे। पीड़िता की तहरीर पर सदाकत, अरशफ, अनीस, शकीला, रेशमा, शबाना, सहाना और गुलशन के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।