मुज़फ्फरनगर। श्रावण शिवरात्रि के पावन अवसर पर तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित भागवत पीठ श्री शुकदेव आश्रम में आस्था और श्रद्धा की अनुपम छटा देखने को मिली। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने वेदपाठी ब्राह्मणों की उपस्थिति में भगवान शिव का विधिपूर्वक दुग्धाभिषेक करते हुए सम्पूर्ण विश्व के सुख, शांति और समृद्धि की मंगल कामना की।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिवरात्रि के पर्व पर श्री शुकदेव आश्रम के नर्मदेश्वर शिवलिंग पर श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक का क्रम दिनभर चलता रहा। तीर्थनगरी वेदमंत्रों की गूंज से भक्तिमय हो उठी। स्वामी ओमानंद महाराज ने कहा कि भगवान शंकर केवल भक्तों के आराध्य ही नहीं, बल्कि गृहस्थ, सन्यासी और साधकों के भी प्रेरणास्त्रोत हैं।
उन्होंने बताया कि भगवान शिव अजर, अमर, अविनाशी और शाश्वत हैं। वे ही जगत के कर्ता और उसकी सत्ता के आधार हैं। भगवान राम और श्रीकृष्ण जैसे दिव्य अवतारों ने भी शिव की आराधना की है। भोलेनाथ की भक्ति से जीवन में शांति, सुख और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। श्रावण मास शिव को अति प्रिय है और इस मास में रुद्राभिषेक करने से साधक को दीर्घायु और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
इस पुण्य अवसर पर प्रधानाचार्य गिरीश उप्रेती, कथाव्यास अचल कृष्ण शास्त्री, आचार्य विकास, आचार्य अरुण, दीपक मिश्रा, राजेंद्र यादव सहित श्री शुकदेव संस्कृत विद्यालय के छात्र एवं अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।