कुन्नूर दुर्घटना में घायल वरुण के लिए मंदिरो में प्रार्थना-हवन कर रहें हैं लोग

तमिलानाडु के कुन्नूर में क्रैश हुए सैन्य हेलिकॉप्टर में देवरिया जिले के रुद्रपुर के कंहौली गांव निवासी भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की सलामती के लिए क्षेत्र के लोग दुआ मांग रहे हैं। बुधवार की शाम को क्षेत्र में शौर्य चक्र विजेता वरुण सिंह के घायल होने की सूचना पर लोग स्तब्ध हो गए। उनकी सलामती के लिए लोगों ने दुग्धेश्वर नाथ मंदिर पर रुद्राभिषेक किया। पंडित शेषनाथ पांडेय के नेतृत्व में लोग जप करने लगे। क्षेत्र के खोरमा, कन्हौली, गाजीपुर भैसही, नगवा, पचमा आदि गांवों में लोग अनुष्ठान करने लगे। गाजीपुर भैसही गांव के मुस्लिमों ने भी कैप्टन वरुण सिंह की सलामती की दुआ मांगी। स्कूलों में छात्रों ने उनके स्वस्थ होने की कामना की।

वरुण सिंह के चाचा पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि चिकित्सकों के अनुसार रात में उनका ऑपरेशन सफल रहा। अभी आईसीयू में रखा गया है। गुरुवार की शाम उन्हें बेंगलुरु सेना के अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। लोगों की दुआ का असर है कि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

ये हुई थी घटना
भारतीय वायु सेना का एमआई-17V5 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया था। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया। हालांकि, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एक मात्र जवान जो इस हादसे में बच गए हैं। हालांकि वह गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज जारी है। 


ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले हैं। अपने अदम्य साहस और पराक्रम के दम पर शांतिकाल में सेना का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर देवरिया जिले को गर्व करने का मौका दिया है। उन्हें 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। यह अवार्ड विंग कमांडर को फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया गया था।

प्रो दिव्यारानी सिंह के चचेरे भाई हैं वरुण
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो दिव्यारानी सिंह के चचेरे भाई हैं। प्रो. दिव्यारानी बताती हैं कि वरुण से परिवार का मान-सम्मान बढ़ा है। शौर्य चक्र मिलने के बाद क्षेत्र के लोगों का सीना चौड़ा हो गया। सब गर्व से वरुण की शौर्यगाथा सुनाते हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण की पढ़ाई चंडीगढ़ से हुई है। वह शुरू से मेधावी व बहादुर रहे हैं। भीषण हादसे की खबर सुनकर परिवार के लोग घबरा गए थे। इस बीच अस्पताल में भर्ती होने की खबर आ गई। अब परिवार के लोग वरुण के सकुशल घर आने की प्रार्थना कर रहे हैं। अस्पताल में वरुण के संग उनकी पत्नी गीतांजलि हैं।
 


पिता केपी सिंह भी सेना में रहे, पत्नी व बच्चे रहते हैं साथ
प्रो दिव्यारानी के मुताबिक वरुण के पिता कर्नल केपी सिंह भी देश सेवा कर चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद वह भोपाल में रह रहे हैं। वरुण की पोस्टिंग तमिलनाडु में है। पत्नी गीतांजलि, बेटा रिद्धिमान व बेटी आराध्या वहीं रहती हैं। 

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