दुर्गा प्रतिमा पर वर्ग विशेष के लोगों ने किया पथराव, अफरा-तफरी में 10 घायल

कुशीनगर। पडरौना की मुस्लिम बाहुल्य बस्ती छावनी में वर्ग विशेष के लोगों ने ट्रैक्टर-ट्राली से गनेशी पट्टी ले जाई जा रही दुर्गा प्रतिमा पर सोमवार दोपहर लगभग तीन बजे पथराव कर दिया। प्रतिमा खंडित हो गई और ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार लगभग दस युवक-किशोर घायल हो गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। 

प्रमुख चौराहों पर पुलिस तैनात

पडरौना कोतवाली पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो गए। घटना के विरोध में पूजा समिति के सदस्य ट्रैक्टर-ट्राली रोक धरने पर बैठ गए। यह खबर क्षेत्र में तेजी से फैली तो अधिक संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। 

एएसपी रितेश कुमार सिंह, एसडीएम व सीओ सदर पहुंचे। मुकदमा दर्ज कर 11 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शाम साढ़े छह बजे पूजा समिति के सदस्य माने तो माहौल शांत हुआ। एहतियातन छावनी सहित नगर के प्रमुख चौराहों पर पुलिस तैनात है।

डीजे की आवाज को लेकर हुआ था विवाद

रवींद्रनगर धूस थाने के गनेशी पट्टी गांव के युवा, किशोर पडरौना नगर के बावली चौक से ट्रैक्टर ट्राली से दुर्गा प्रतिमा लेकर जा रहे थे। प्रतिमा कसया-पडरौना मार्ग पर छावनी घोसी टोला मोहल्ले के सामने पहुंची कि ट्रैक्टर के आगे चल रही मैजिक के सामने अचानक बाइक रोक एक युवक ने डीजे की आवाज कम करने को कहा। 

इस पर मैजिक सवार युवकों से कहासुनी होने लगी। यह देख आसपास के वर्ग विशेष के लोग इकट्ठा हो गए। मैजिक व ट्रैक्टर-ट्राली पर रखी प्रतिमा पर ईंट-पत्थर चलाने लगे। इसमें 16 वर्षीय संदीप, 14 वर्षीय आकाश, 15 वर्षीय रामलखन, 18 वर्षीय रोहित, 16 वर्षीय अभिषेक, 15 वर्षीय विकास निवासी गनेशीपट्टी सहित दस से अधिक युवक घायल हो गए। अफरा तफरी मच गई। 

घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्गा प्रतिमा पर पथराव की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई। समिति के सदस्य कसया-पडरौना मार्ग जाम कर दिए। 

प्रभारी निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह ने समझाने की कोशिश की पर नहीं माने। कुछ ही समय में एएसपी, एसडीएम व सीओ सदर पहुंच गए। रवींद्रनगर, कुबेरस्थान, जटहा बाजार, तुर्कपट्टी, रामकोला, कसया सहित छह थानों की पुलिस बुला ली गई। 

एएसपी खंडित प्रतिमा की जगह प्रशासन की ओर से नई प्रतिमा दिलाने की बात रखी पर समिति के सदस्य नहीं माने। एएसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर 11 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

हर बार इसी मार्ग से जाती थी प्रतिमा, पहली बार हुआ विवाद

हर बार प्रतिमा इसी मार्ग से होकर जाती थी। पहली बार छावनी में इस तरह की घटना हुई है। ऐसे में लोगों में चर्चा हो रही है कि ऐसा क्या हुआ कि वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में अशांति का वातावरण खड़ा हुआ। इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here