महाकुंभ को लेकर प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों की तस्वीर तकरीबन बदल चुकी है। महाकुंभ की तैयारियों को लेकर इन स्टेशनों पर तकरीबन पांच हजार करोड़ की लागत से चल रहे अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं, जो बचे हैं वह इसी माह के अंत तक पूरे हो जाएंगे। इस बार महाकुंभ ने प्रयाग जंक्शन और फाफामऊ स्टेशन को पूरी तरह से बदल दिया है। झूंसी को दारागंज से जोड़ने के लिए सौ वर्ष बाद एक नया गंगा पुल भी प्रयागराजवासियों को मिला है। महाकुंभ के मौके पर रेलवे रिकॉर्ड संख्या में तीन हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनों को भी संचालित करने जा रहा है।
मंदिरनुमा बन रही प्रयाग और फाफामऊ स्टेशन की मुख्य इमारत
पीएम मोदी महाकुंभ से जुड़े विकास कार्यों का लोकार्पण करने के लिए 13 दिसंबर को प्रयागराज आ रहे हैं। रेलवे की भी कई परियोजनाओं का लोकार्पण होना है। इसमें अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन पर बनी नई स्टेशन बिल्डिंग, 12-12 मीटर चौड़े दो फुट ओवरब्रिज समेत कई विकास कार्य शामिल हैं। इन दोनों ही स्टेशनों की मुख्य इमारत मंदिरनुमा बनाई जा रही है। इसमें अब गुंबद लगाए जाने का ही कार्य शेष रह गया है। प्रयाग स्टेशन की बात करें तो यहां महाकुंभ को लेकर तीन की जगह अब कुल चार प्लेटफॉर्म हो गए हैं। इन दोनों ही स्टेशनों पर महाकुंभ के दौरान एक ओर से यात्रियों का प्रवेश तो दूसरी ओर से निकास होगा।

झूंसी में अब हो गए तीन फुट ओवर ब्रिज, छह स्थायी आश्रयस्थल बनाए गए
झूंसी स्टेशन को भी रेलवे प्रशासन ने प्रयागराज के सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया है। यहां 27.02 करोड़ से यात्री सुविधाओं में विस्तार किया गया है। यहां प्लेटफॉर्म की संख्या तीन से बढ़ाकर चार कर दी गई है। झूंसी स्टेशन पर एक नया फुट ओवरब्रिज भी बनाया गया है। अब यहां तीन फुट ओवरब्रिज हो गए हैं। साथ ही पहली बार छह स्थायी यात्री आश्रयस्थल भी बनाए गए हैं।

रामबाग को मिला नया प्लेटफॉर्म, एक नए एफओबी की भी सौगात
प्रयागराज-रामबाग स्टेशन पर नया प्लेटफॉर्म और पुराने फुट ओवरब्रिज को ध्वस्त कर उसके स्थान पर नए पुल का निर्माण किया गया है। यहां सिटी साइड में पीआरएस कम यूटीएस टिकट के लिए नई बिल्डिंग बनाई गई है। प्लेटफॉर्म पांच एवं छह की लंबाई बढ़ाने के साथ उसमें शेड का विस्तार भी किया गया है। रामबाग स्टेशन पर तीन स्थायी आश्रयस्थल भी बनाए गए हैं। यहां अब लिफ्ट लगाने का कार्य रेलवे प्रशासन ने शुरू किया है।

छिवकी, सूबेदारगंज और नैनी स्टेशन पर बढ़ी यात्री सुविधाएं
महाकुंभ को लेकर उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज छिवकी, सूबेदागरंज और नैनी स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का रेलवे ने इजाफा किया है। इन तीनों ही स्टेशन पर अब दोनों ही ओर से यात्रियों की आवाजाही हो सकती है। छिवकी पर फूड प्लाजा तकरीबन तैयार है। यहां फुट ओवरब्रिज में सुधार किया गया है। नैनी स्टेशन पर गुड्स शेड बनाने के साथ एक वेटिंग हॉल बनाया गया है। हावड़ा छोर पर बने एफओबी का भी नवीनीकरण किया गया है। स्टेशन पर लगी बेंच आदि को भी बदला गया है। नैनी और छिवकी स्टेशन की मुख्य इमारत का रंग-रोगन कर उसे नया लुक दिया गया है। सूबेदारगंज में भी राजरूपपुर साइड सरकुलेटिंग एरिया को विकसित किया गया है। यहां सभी प्लेटफॉर्म पर यात्री शेड का विस्तार रेलवे ने किया है। सूबेदारगंज में ट्रेनों की साफ सफाई के लिए वॉशिंग लाइन भी बनाई गई है।

सबसे ज्यादा भीड़ नियंत्रित करेगा प्रयागराज जंक्शन
महाकुंभ को लेकर सर्वाधिक भीड़ प्रयागराज जंक्शन पर ही उमड़नी है। प्रयागराज जंक्शन को स्टेशन पुनर्विकास योजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। इससे यहां अन्य स्टेशनों की भांति बड़े कार्य तो नहीं हुए, लेकिन यात्री सुविधा से जुड़े तमाम कार्य जरूर किए गए हैं। यहां चार स्थायी आश्रयस्थल यात्रियों की आवाजाही के लिए तैयार किए गए हैं। जंक्शन पर 18 स्क्रीन से सुसज्जित सीसीटीवी कक्ष युक्त मेला टॉवर इमारत में लगाया गया है। इससे भीड़ नियंत्रण, गाड़ियों का आगमन-प्रस्थान, सिविल प्रशासन के साथ समन्वय, आपात स्थिति से निपटना, यात्रियों की सहायता इत्यादि जैसे कार्यों किए जाएंगे। स्टेशन पर पेयजल के लिए सभी प्लेटफॉर्म पर नए नल लगाए गए हैं। स्टील बेंच की संख्या भी बढ़ाई गई है। महाकुंभ को लेकर जंक्शन पर काफी संख्या में धार्मिक तस्वीरें भी लगाई गई हैं।

महाकुंभ में 13164 ट्रेनों का होगा संचालन
- कुंभ 2019 : महाकुंभ 2025
- 694 स्पेशल : 3064 स्पेशल
- 5000 रेगुलर : 10100 रेगुलर
- स्टेशनों की होल्डिंग क्षमता
- स्टेशन का नाम : आश्रयस्थल की संख्या : होल्डिंग क्षमता
- प्रयागराज जंक्शन : 05 : 22 हजार
- नैनी जंक्शन : 05 : 22 हजार
- प्रयागराज छिवकी : 02 : 15 हजार
- सूबेदारगंज : 01 : 05 हजार
- प्रयाग जंक्शन : 05: 20 हजार
- फाफामऊ जंक्शन : 04 : 18 हजार
- झूंसी : 06 : 30 हजार
- प्रयागराज रामबाग : 06 : 05 हजार
- कुछ प्रमुख स्थायी कार्यों को महाकुंभ में मिलेगा लाभ
- जंघई-फाफामऊ रेलमार्ग दोहरीकरण कार्य
- प्रयागराज जंक्शन-बनारस रेलमार्ग दोहरीकरण कार्य
- प्रयागराज और सूबेदारगंज में नई वाशिंग लाइनों का निर्माण/मौजूदा वाशिंग लाइनों का उन्नयन
- सुबेदारगंज स्टेशन पर दो अतिरिक्त प्लेटफॉर्मों का निर्माण
- सुबेदारगंज यार्ड रीमॉडलिंग
- प्रयागराज यार्ड रीमॉडलिंग

नौ स्टेशनों पर 544 टिकटिंग प्वाइंट की सुविधा
महाकुंभ को लेकर प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज रामबाग, नैनी, प्रयागराज छिवकी, सूबेदारगंज, फाफामऊ, प्रयाग, प्रयागराज संगम व झूंसी स्टेशन के साथ मेला क्षेत्र में बनने वाले रेलवे के शिविर में अनारक्षित टिकट काउंटर (यूटीएस), आरक्षित टिकट काउंटर (पीआरएस ), एटीवीएम, एमयूटीएस और पूछताछ सहित कुल 544 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध रहेंगे। ये काउंटर प्रतिदिन 20 लाख यात्रियों को टिकट दे सकते हैं।

सभी स्टेशनों पर तैनात रहेगी एंबुलेंस और अग्निशमन यंत्र
शहर के सभी नौ रेलवे स्टेशनों पर महाकुंभ के दौरान एंबुलेंस तैनात रहेंगी। यहां प्राथमिक उपचार बूथ व रैपिड एक्शन टीमें बनाई गई हैं। प्रयागराज जंक्शन पर छह बेड का एक मिनी अस्पताल बनाया गया है। इसके अलावा शहर के सभी नौ स्टेशनों पर उचित अग्निशमन व्यवस्था की जा रही है।
नौ स्टेशनों पर 1186 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
भीड़ पर निगरानी के लिए शहर के नौ रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों में लाइव फुटेज संग 1186 सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध रहेंगे। इनमें से 116 कैमरों में शरारती व असामाजिक तत्वों की पहचान को एआई आधारित फेस रिकग्निशन सिस्टम है।

पहली बार रेलवे ने जारी किया टोल फ्री नंबर
महाकुंभ के दौरान देश के तमाम राज्यों से आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने टोल फ्री नंबर 1800-4199-139 को जारी किया है। एक नवंबर 2024 से यह नंबर सक्रिय हो गया है। इस पर कॉल कर देश के किसी भी कोने से लोग महाकुंभ को लेकर रेलवे से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यात्री 15 दिन पहले ले सकेंगे रिटर्न जनरल टिकट
मेले में रिटर्न जनरल टिकट की सुविधा दी जाएगी। उदाहरण के लिए महाकुंभ मेला अवधि में अगर किसी यात्री को दिल्ली या देश के अन्य स्टेशन से किसी भी ट्रेन के जनरल कोच से प्रयागराज आना है तो उसे दिल्ली से प्रयागराज का जनरल टिकट मिलेगा। साथ ही यात्री अगले 15 दिन के भीतर प्रयागराज से बरेली के वापसी का टिकट भी उसी काउंटर से पूर्व में ही बुक करा सकेंगे। यह विशेष व्यवस्था नौ जनवरी से 28 फरवरी तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान देश के किसी भी रेलवे स्टेशन से प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज रामबाग, नैनी जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी, प्रयागराज संगम, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, झूंसी, दारागंज, विंध्याचल की रिटर्न जनरल टिकट ले सकेंगे।

पहली बार कई भाषाओं में होगा अनाउंसमेंट
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी आदि स्टेशनों पर हिंदी, अंग्रेजी समेत 12 क्षेत्रीय भाषाओं में लोगों ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान गुजराती, मराठी, तमिल, कन्नड़, मलयालम, बंग्ला, उड़िया आदि भाषाओं में अनाउंसमेंट होगा। यह अनाउंसमेंट सिर्फ स्टेशन पर ही नहीं, बल्कि सभी यात्री आश्रयस्थल, सरकुलेटिंग एरिया एवं स्टेशन के बाहर भी सुनाई देगा। रेलवे प्रशासन ने तमिल, कन्नड़, उड़िया, मलयालम, मराठी समेत 12 क्षेत्रीय भाषाओं की एक पॉकेट बुकलेट तैयार कराई है। इसमें प्रयागराज से जुड़ी तमाम जरूरी सूचनाओं का उल्लेख है। साथ ही यहां के स्टेशन और दिशावार चलने वाली ट्रेनों की भी जानकारी है।

18 हजार आरपीएफ और जीआरपी के जवान रहेंगे तैनात
महाकुंभ मेला अवधि में शहर के नौ रेलवे स्टेशनों पर 18 हजार आरपीएफ व जीआरपी के जवानों की तैनाती रहेगी। इसमें आरपीएफ के आठ हजार और जीआरपी के जवानों की संख्या दस हजार रहेगी। इसके अलावा रेलवे के 13 हजार अधिकारी और कर्मचारी पूरे देश से यहां तैनात किए जा रहे हैं। इसमें काफी संख्या में ऐसे कर्मचारी भी हैं, जो हिंदी-अंग्रेजी के साथ दक्षिण भारतीय, पंजाबी, बंगाली, मराठी, गुजराती आदि भाषा भी बोल सकते हैं।

मुख्य स्नान पर्वों पर यह व्यवस्था रहेगी
प्रयागराज जंक्शन : यात्रियों का स्टेशन पर प्रवेश सिटी साइड से एवं निकासी सिविल लाइंस साइड से होगी।
नैनी जंक्शन : प्रवेश केवल स्टेशन रोड साइड से एवं निकास मालगोदाम की ओर से होगा।
छिवकी : प्रवेश प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से एवं निकास जीईसी, नैनी रोड से होगा।
सूबेदारगंज : प्रवेश राजरूपपुर साइड से एवं निकास सुलेमसराय जीटी रोड साइड से होगा।
प्रयाग जंक्शन : चैथम लाइंस प्लेटफाॅर्म-एक की ओर से प्रवेश होगा और निकासी रामप्रिया रोड साइड प्लेटफाॅर्म-चार से होगी।
फाफामऊ : प्रवेश केवल द्वितीय प्रवेश द्वार प्लेटफाॅर्म-चार साइड से और निकासी फाफामऊ बाजार प्लेटफाॅर्म-एक साइड से होगी।
झूंसी : प्रवेश और निकास की सुविधा स्टेशन के दोनों ओर से दी जाएगी।
प्रयागराज संगम : मुख्य स्नान पर्व के एक दिन पहले से दो दिन बाद तक यात्रियों की आवाजाही के लिए बंद रहेगा।
ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने में गंगा पुल का रहेगा अहम योगदान
बनारस-माधोसिंह-प्रयागराज रेलखंड के दोहरीकरण परियोजना के तहत गंगा पर बना रेल पुल अब लोकार्पण के लिए तैयार है। इस पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद बनारस-प्रयागराज रेल खंड पर ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 130 किमी प्रतिघंटे हो जाएगी। गंगा पर रेल पुल सहित विद्युतीकरण एवं दोहरीकरण के साथ इस परियोजना पर 2511 करोड़ खर्च किए गए हैं। परियोजना के अंतिम चरण में गंगा पर रेल पुल सहित झूंसी-प्रयागराज (7.63 किमी) रेल खंड के दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया गया। अब 13 दिसंबर को इसका पीएम मोदी लोकार्पण करेंगे। गंगा पर रेल पुल सं.-111 का निर्माण 496.62 करोड़ की लागत से किया गया है। इसमें 76.20 मीटर के 24 स्पैन बनाए गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण पुल है, जिसकी लंबाई 1934 मीटर है। इसके अतिरिक्त इसके दोनों एप्रोच पर वायाडक्ट का भी निर्माण किया गया है।