रेलवे स्टेशन अब केवल आवागमन के केंद्र ही नहीं, बल्कि सिटी सेंटर भी बनेंगे। स्टेशनों का सुंदरीकरण कर एयरपोर्ट की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी। इसके लिए स्टेशन भवन व परिसर को नया स्वरूप दिया जाएगा। इसकी शुरुआत छह अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रही है। इसमें बस्ती व देवरिया समेत पूर्वांचल के 12 स्टेशन शामिल हैं। सुंदरीकरण कार्य एक साल में पूरा किया जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशनों के सुंदरीकरण कार्य पर 433 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें सबसे अधिक 61 करोड़ रुपये देवरिया सदर रेलवे स्टेशन पर खर्च होंगे। इसके अलावा बस्ती स्टेशन पर 18 करोड़, वाराणसी पर 60 करोड़, बनारस पर 53 करोड़, ऐशबाग पर 24 करोड़, सीतापुर पर 33 करोड़, फर्रुखाबाद पर 21 करोड़, लालकुंआ पर 24 करोड़ और कासगंज पर 33 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
स्टेशनों पर आवागमन के लिए अलग-अलग द्वार, 12 फुट चौड़ा फुटओवरब्रिज, एक सामन साइन बोर्ड, एयरपोर्ट जैसा एसी वेटिंग हॉल व शौचालय, पेयजल आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्टेशन के बाहर वाहन वार्किंग के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। रेलवे स्टेशन परिसर में हरियाली व सोलर सिस्टम आदि का भी प्रबंध किया जाएगा।
इन 12 स्टेशनों का होना है सुंदरीकरण
देशभर के 508 स्टेशनों में से पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन शामिल हैं। इसमें वाराणसी मंडल के वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़ एवं देवरिया सदर स्टेशन हैं। लखनऊ मंडल के बस्ती, बादशाह नगर, ऐशबाग एवं सीतापुर तथा इज्जतनगर मंडल के लालकुआं, कासगंज एवं फर्रुखाबाद स्टेशन सम्मिलित हैं।
कार्यक्रम में मेधावी होंगे सम्मानित
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इन स्टेशनों के शिलान्यास कार्यक्रम का संबंधित स्टेशनों पर लाइव प्रसारण होगा। स्टेशनों के सुंदरीकरण से पहले विभिन्न रेलवे स्टेशनों के नजदीक के 28 स्कूलों में प्रतियोगिता कराई गई थी, जिसमें बच्चों ने स्टेशन परिसर में बदलाव के लिए जरूरी सुझाव दिए थे। उनमें से मेधावी बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री का लाइव संबोधन होगा।