आजमगढ़, 05 जुलाई: आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य की योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने इसे सरकार के दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया है। साथ ही इस मामले में दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर पीड़ितों को मुआवजे दिए जाने की मांग की है।
रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में मंगलवार की रात मारपीट की सूचना पर पुलिस की टीम बीच-बचाव करने पहुंची थी। जानकारी के मुताबिक, मंगरी बाजार में डॉ. आनंद विश्वास के पुत्र और पलिया गांव के कुछ लोगों के बीच लड़की से बात करने के विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। सूचना पर रौनापार पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने पलिया गांव के प्रधान पति मुन्ना पासवान को को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद वहां मौजूद ग्रामीणों ने सिपाही विवेक त्रिपाठी और मुखराम यादव को मारपीट कर घायल कर दिया।
पुलिस पर जेसीबी से तोड़फोड़, लूटपाट करने का आरोप
सिपाहियों पर हमले की खबर मिलने पर थानाध्यक्ष रौनापार फोर्स के साथ गांव में पहुंचे और घायल सिपाहियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया और आरोपितों की तलाश शुरू की। हालांकि, घटना के बाद से ही आरोपित फरार हो गए। इधर, कई थानों की पुलिस और उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मंगवाकर मुन्ना पासवान, स्वतंत्र पासवान, राजपति और बृजभान पासवान सहित आधा दर्जन लोगों के घरों पर तोड़फोड़ कर दी। प्रधान के घर के सामने खड़े ट्रैक्टर को भी जेसीबी से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आरोप है कि पुलिस ने लूटपाट और अभद्रता भी की है।
प्रियंका गांधी ने सरकार पर बोला हमला
इस मामले में सोमवार को प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, ”आज़मगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया। यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।”