तीन साल पहले आप ने जोमैटो से क्या ऑर्डर किया? पांच साल पहले आप दूसरे शहर घूमने गए थे तो किस होटल में ठहरे थे, किससे मिले थे? ये बातें शायद आपको याद न हों, लेकिन सोशल मीडिया को सब पता है। आपके पीछे यह बिना आंख-कान का जासूस है जो सब सुन और देख रहा है। आप किससे मिल रहे हैं, क्या कर रहे हैं, क्या सुन, देख या बोल रहे हैं, किसके संपर्क में हैं? इसे सब जानकारी है। ऐसे में जरूरी है कि इसके प्रति सावधान रहें। सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें और जानकारी आदि साझा न करें।
बरेली के साहू रामस्वरूप महिला महाविद्यालय में अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार को आयोजित पुलिस की पाठशाला में मुख्य अतिथि आईजी डॉ. राकेश सिंह ने छात्राओं से ये बातें कहीं।
हाल ही में हुई शीशगढ़ की घटना का जिक्र करते हुए आईजी ने छात्राओं को बताया कि सिर्फ दो लोगों की गलती 200 से अधिक लोगों पर भारी पड़ी। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धार्मिक टिप्पणी करने से बचने की हिदायत दी।
भावनात्मक रूप से सशक्त बनें महिलाएं
महिलाएं भावनात्मक रूप से कमजोर होती हैं। अपराधी इसी बात का फायदा उठाते हैं। आईजी ने कहा कि महिलाओं को किसी से भी भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ना चाहिए। रिश्तों की सीमाओं का ध्यान रखिए। जहां कोई आपसे आपकी सीमाओं से ज्यादा मांग करे, वहीं रोक दीजिए।
सोशल मीडिया पर भी जिन्हें करीब से जानती हैं, उन्हीं के साथ जुड़िए। लड़कियां अक्सर दोस्ती में धोखा खाती हैं। छात्राओं को हिदायत दी की अपने फोन का एक्सेस किसी करीबी या रिश्तेदार के हाथ में भी न दें।
यातायात के नियमों के उल्लंघन पर जताई चिंता
हाल ही में बाइक पर स्टंट करती युवती के वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए छात्राओं से इससे बचने का सुझाया। यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। एसआई श्वेता त्यागी ने छात्राओं को महिला हेल्प डेस्क व हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी। आपातकालीन नंबर 112, वूमेन पावर हेल्पलाइन नंबर 1090, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में बताया।
एसएमएस पढ़ने की आदत डालें
साइबर थाना प्रभारी अनिल कुमार ने छात्राओं को चाइनीज लोन ऐप से बचने की सलाह दी। बताया कि हर व्यक्ति को नियमित अपने एसएमएस चेक करते रहना चाहिए। इससे साइबर अपराध से बचने की संभावना ज्यादा रहती है। बैंक अक्सर मेसेज भेजकर ग्राहकों को साइबर ठगी से बचाव के लिए जागरूक करते रहते हैं।
ये रहे मौजूद
प्राचार्य डॉ. अनुपमा मेहरोत्रा, डॉ. प्रज्ञा रावत, डॉ. श्वेता अग्रवाल, डॉ. प्रीति पाठक, डॉ. ज्योति, डॉ. शशि शुक्ला, डॉ. अनामिका कौशिवा, डॉ. कनकलता सिंह, डॉ. आशा गुप्ता, अर्चना जौहरी समेत अन्य शिक्षिकाएं मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आकांक्षा रस्तोगी ने किया। पुलिस विभाग की ओर से सीओ प्रथम श्वेता यादव, कोतवाल धर्मेंद्र सिंह मौजूद रहे।