सपा सांसद आजम खां की भैंसे ढूंढने वाली रामपुर पुलिस अब कांग्रेस नेता की घोड़ी को ढूंढ़ेगी। इस बावत एडीजी जोन बरेली से ट्वीट कर शिकायत की गई, जिसके बाद एडीजी ने पुलिस को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। पुलिस ने ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कर घोड़ी की तलाश शुरू कर दी है।
31 जनवरी 2014 को तत्कालीन कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में रामपुर के सांसद आजम खां के पसियापुरा स्थित डेयरी फार्म से सात भैंसे चोरी हो गई थीं। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए 24 घंटे के भीतर एक फरवरी को ही आजम खां की सातों भैंसे बरामद कर ली थीं। वहीं, इस प्रकरण में तत्कालीन एसपी ने तत्कालीन चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिस कर्मियों को भी निलंबित कर दिया था। वहीं, रामपुर में जिलाधिकारी रहे अमित किशोर का एक पालतू जर्मन शेफर्ड श्वान भी गुम हो गया था, जिसे पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ढूंढ निकाला था।
अब इसी जिम्मेदार पुलिस पर कांग्रेसी नेता की घोड़ी ढूंढ कर लाने का जिम्मा भी आ गया है। दरअसल, कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हाजी नाजिश खां की घोड़ी पांच नवंबर की रात को खो गई थी। उनकी घोड़ी तोपखाना स्थित लाला की चक्की के पास बंधी थी। जिसके बाद उन्होंने ट्विटर के माध्यम से एडीजी जोन बरेली से शिकायत की थी। एडीजी ने मामले का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए, जिसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कर ली है। नाजिश खां की मानें तो वह घोड़ी को अपने परिवार का हिस्सा मानते थे और बड़े ही प्यार से पालते थे। उन्होंने यह घोड़ी 82 हजार रुपये की खरीदी थी।
कोतवाली इंस्पेक्टर कृष्णऔतार ने बताया कि अभी मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो घोड़ी को ढूंढा जाएगा।