टिकट न मिलने से नाराज समाजवादी पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता रामहरी चौहान ने शनिवार को अपने आवास पर प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही घोसी प्रत्याशी राजीव राय पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने दावा किया उनके इस्तीफा देने के बाद 100 से ज्यादा लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। वहीं उन्होंने दूसरी राजनैतिक पार्टी में जाने का इशारा भी किया है, इससे उनके भाजपा में जाने की अटकलों को लेकर चर्चा भी राजनैतिक गलियारे में तेज हो गई।
प्रेसवार्ता करते हुए रामहरी चौहान ने कहा कि 44 साल मैंने समाजवादी पार्टी में चौधरी चरण सिंह को आर्दश मानकर राजनीति किया हूं। मेरे मन में था एक बार अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनें जो बनें भी, मेरी एक अभिलाषा थी वह प्रधानमंत्री बनें। मैंने इस्तीफा दिया उसकी वजह है गलत प्रत्याशी को टिकट देने की।
कहा कि अगर पार्टी किसी कर्मठ नेता को टिकट दिया होता तो मैं इस्तीफा नहीं देता। सपा ने जिस प्रत्याशी को टिकट दिया है उसे बात करने की तहजीब नहीं है। सपा की गलत नीतियों से लिए गए निर्णय का मैं विरोधी हूं।
राजीव राय पर लगाया आरोप, अतुल राय को फंसाने का लगाया आरोप
इस दौरान उन्होंने सपा प्रत्याशी राजीव राय पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बेहद घमंडी हैं, आज से मैं उन्हें राजीव राय नहीं बल्कि घंमडी राम कहूंगा। इस चुनाव में जनता उन्हें घमड़ीलाल बनाएगी। भविष्य के सवाल पर कहा कि वह अभी राजनीति में सक्रिय रहेंगे, एक राजनैतिक पार्टी के लोगों ने उनसे संपर्क किया है, लेकिन वह उसमें रूची नहीं रखते हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि मेरी अगली रणनीति अगली प्रेस वार्ता में होगी।
प्रेसवार्ता करते हुए रामहरी चौहान ने बताया कि 2019 गठबंधन चुनाव में प्रत्याशी रहे अतुल राय ने राजीव राय से प्रचार की बात कही थी, लेकिन प्रचार तो दूर उन्होंने उल्टे उनके खिलाफ साजिश रच दी। एक युवती को आगे कर अतुल राय को केस में फंसा दिया। इस दौरान एक और आरोप लगाया कि सपा कार्यकर्ता रहे जोगेंद्र यादव ने किसी समाचार में बयान दे दिया था कि सपा का बदल सकता है टिकट। इसकी जानकारी होने पर राजीव राय ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।