हाथरस। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का शनिवार की शाम उनके पैतृक गांव बामौली में अंतिम संस्कार हुआ। सैकड़ों वाहनों के साथ सुबह आगरा से उनकी शवयात्रा लेबर कॉलोनी स्थित पार्क में पहुंची। वहां राजनेताओं, जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों सहित कई हजार लोगों ने अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहां से उनके पार्थिव शरीर को गांव बामौली ले जाया गया और बेटे चिरागवीर उपाध्याय ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके हजारों समर्थंकों की आंखे इस दौरान नम हो गई।
पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय (65 वर्ष) का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार की देर रात आगरा के रेनबो अस्पताल में निधन हो गया था। वह कैंसर सहित अन्य बीमारियों से लंबे समय से जूझ रहे थे। प्रदेश के कद्दावर नेता और कई बार कबीना मंत्री रहे रामवीर के निधन की जानकारी मिलते ही उनके समर्थक शुक्रवार देर रात आगरा के शास्त्रीपुरम स्थित उनके आवास पर पहुंच गए थे।
वहां से शनिवार सुबह 10 बजे परिजनों के साथ उनके समर्थक सैकड़ों वाहनों के साथ उनकी अंतिम यात्रा को लेकर वहां से चले। जगह-जगह लोगों ने उनकी शवयात्रा को रोककर पुष्प बरसाए और श्रद्धांजलि दी। दोपहर डेढ़ बजे के लगभग उनका पार्थिव शरीर यहां लेबर कॉलोनी पार्क में अंतिम दर्शनों के लिए लाया गया। यहां हजारों की तादाद में भीड़ पहले से ही मौजूद थी। जैसे ही उपाध्याय की शवयात्रा को यहां लाया गया तो उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े।