समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के द्वारा राणा सांगा पर की गई टिप्पणी मामले में विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जहां उनकी टिप्पणी के चलते उन्हें कई तरह की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।इसी बीच राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि सभी सांसदों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद राम गोपाल यादव से अपील की कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अपने साथी सांसद रामजी लाल सुमन पर की गई धमकियों के मामले को शांत कराएं।
बता दें कि सपा सांसद सुमन ने सदन में राणा सांगा को लेकर कुछ टिप्पणियां की थीं, जिन पर भाजपा और एनडीए के सदस्य नाराज हो गए थे। इसके बाद सभापति ने उनकी टिप्पणियों को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया था। इन टिप्पणियों को लेकर सुमन को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
धनखड़ ने सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
इस मामले पर शून्यकाल के दौरान धनखड़ ने सपा सांसदों द्वारा दिए गए स्थगन नोटिस को खारिज कर दिया, जिसमें सुमन को मिली धमकियों और हमले के प्रयास पर चर्चा करने की मांग की गई थी। सभापति ने यह भी कहा कि प्रत्येक सांसद की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और इस पर ध्यान देना जरूरी है। साथ ही धनखड़ ने यादव से यह भी अनुरोध किया कि वे इस मामले को शांत करें और ऐसी टिप्पणियों को फिर से न दोहराएं।
सपा सांसद राम गोपाल ने राज्यसभा में उठाया मुद्दा
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि सुमन की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने सुमन की जान के बदले 25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। यादव ने कहा कि यह विषय गंभीर है और सांसदों की सुरक्षा का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। इसको लेकर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस पर अपनी चिंता जताई और पूछा कि जब यादव जैसे वरिष्ठ सांसद सुरक्षा पर बात कर रहे हैं, तो सरकार को इससे परेशानी क्यों हो रही है।
सासंद की सुरक्षा महत्वपूर्ण- धनखड़
मामले में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हर सांसद और नागरिक की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है, और जो कदम उठाने की जरूरत होगी, वे उठाए जाएंगे। उन्होंने सुमन की विवादित टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कहा कि जब कोई सांसद अपनी मर्यादा लांघता है, तो उसे सुधारने का तरीका होता है। उन्होंने यह भी कहा कि सुमन की टिप्पणियां पहले ही हटा दी गई थीं और उन्हें अब दोहराया नहीं जाना चाहिए।