मानसूनी बारिश से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। हालांकि इस बारिश से किसानों को लाभ पहुंचेगा, लेकिन लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 48 से 72 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मेरठ बागपत समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिन से बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिले हुए हैं वहीं जनजीवन प्रभावित भी हुआ है। मुजफ्फरनगर में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने के कारण कई स्थानों पर हादसे हो गए तो कई स्थानों पर मकान गिरने की घटनाएं भी हुईं। विभिन्न जिलों में रुक रुक कर बारिश जारी है।

मेरठ की बात करें तो यहां बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 48 से 72 घंटे तक भारी बारिश की संभावना है। कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को भी बारिश के बीच से ही गुजरना पड़ रहा है। मेरठ में बारिश के कारण शहर भर में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
मुजफ्फरनगर में लगातार हो रही बारिश के कारण एक मकान की छत गिर गई, मलबे में दबकर मां बेटी की दर्दनाक मौत हो गई जबकि पिता घायल हो गया। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया है।

दूसरा हादसा सहारनपुर में हुआ जहां लगातार हो रही बरसात के चलते मोहल्ला गुलाम औलिया में एक कच्चे मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई। उस समय कमरे में कोई नही था। मलबे में दबकर घरेलू सामान खराब हो गया।
बागपत जनपद में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान व उसके बैल की रविवार सुबह मौत हो गई वहीं इससे पहले शनिवार को खेत में काम कर रहे दो दोस्तों पर भी आकाशीय बिजली गिर गई। एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से झुलस गया।

बिजनौर में पिछले पांच दिन से लगातार बारिश में मौसम का मिजाज बदल दिया है। बारिश से किसानों की फसलों को लाभ पहुंचा है। दस दिन पहले तक मौसम का तापमान बढ़ने से गर्मी में लोगों का जीना दुश्वार हो गया था। कूलर पंखे भी गर्मी के चलते गर्म हवा फेंक रहे थे। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पिछले 5 दिन से मानसून ने दस्तक दी और दिन और रात में भी मूसलाधार एवं रिमझिम बारिश लगातार होती रही।
हवा के साथ पड़ी इस बारिश ने मौसम का तापमान नीचे गिरा दिया और मौसम में ठंड बढ़ गई। बारिश से विद्युत वोल्टेज बढ़ते दिखाई दिए। उधर किसान अपने खेतों पर धान की रोपाई करने में जुट गया। गन्ने की फसल, धान की फसल को इस बारिश से भारी पहुंचा है। बारिश से किसानों के चेहरे खिलते नजर आए।