शाहजहांपुर में तिरपाल से ढके गए धार्मिक स्थल, कड़ी सुरक्षा में निकलेगा ‘लाट साहब’ का जुलूस

शाहजहांपुर में होली पर लाट साहब के जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से निकालने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार है। शहर में आठ समेत जिले में 24 लाट साहब के जुलूस निकलेंगे। शहर में बड़े लाट साहब के जुलूस के रूट को तीन और छोटे लाट साहब के जुलूस को तीन जोन में बांटा गया है। शहर में 221 समेत जिले में 2855 स्थलों पर होलिका दहन किया जाएगा। 

थाना आरसी मिशन से रोजा क्षेत्र तक निकलने वाले छोटे लाट साहब का जुलूस अति संवेदनशील है। इसके रूट को चार जोन और नौ सेक्टर व 11 उप सेक्टर में बांटा गया है। छोटे लाट साहब का जुलूस एडीएम एफआर अरविंद प्रधान और एसपी सिटी संजय कुमार के निर्देशन में निकला जाएगा। बड़े लाट साहब के जुलूस रूट को तीन जोन, आठ सेक्टर और 13 उप सेक्टर में बांटा गया है।

बड़े लाट साहब का जुलूस एडीएम प्रशासन संजय कुमार पांडेय और एसपी ग्रामीण मनोज अवस्थी के निर्देशन में निकाला जाएगा। शहर में छोटे और बड़े लाट साहब के जुलूस के अलावा   हाथीथान, बहादुरगंज सब्जी मंडी, बिजलीपुरा, खिरनीबाग, बाबूजई कॉलोनी, अब्दुल्लागंज से जुलूस निकाले जाएंगे।  

20 से अधिक धार्मिक स्थल ढके गए
बड़े लाट साहब के जुलूस के लिए नगर निगम ने 67 स्थानों पर बैरिकेडिंग की है। मार्ग में पड़ने वाले 20 धार्मिक स्थलों को ढक दिया गया है। छोटे लाट साहब के जुलूस में 29 स्थानों पर बैरिकेडिंग की जा रही है और 10 धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढक दिया गया है। नगर निगम की ओर से होलिका दहन स्थल के आसपास लाइट की व्यवस्था की जा रही है।

ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी 
होलिका दहन स्थल स्थान पर रेत डालने का काम किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 10 सीओ, 50 निरीक्षक, 200 उपनिरीक्षक, 1000 कांस्टेबल्र, एक कंपनी आरएएफ और एक कंपनी पीएसी मांगी गई है। जुलूस की निगरानी में छह ड्रोन कैमरा और 20 वीडियो कैमरामैन छतों आदि पर रिकार्डिंग के लिए लगाए जाएंगे। 150 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।  

Religious places covered in Shahjahanpur on holi Laat Sahab procession

300 साल पुरानी है परंपरा 
शाहजहांपुर में होली पर निकलने वाला ‘लाट साहब’ का जुलूस अपने अनोखा और अजीबोगरीब परंपरा है। होली पर एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर भैंसागाड़ी से शहर में घुमाया जाता है। उस पर जूता-चप्पलों के साथ रंगों की बौछार होती है। यह अनूठी परंपरा करीब 300 वर्षों से चली आ रही है। इस बार भी लाट साहब के जुलूस के सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियों में जुटा है।

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