माफिया अतीक और अशरफ की काली कमाई से सद्दाम ने दुबई में भी फ्लैट खरीदा है। अतीक के वकील सौलत हनीफ से पूछताछ में यह बात सामने आई है। प्रयागराज पुलिस इस मामले में सद्दाम को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
अतीक-अशरफ देश के विभिन्न राज्यों में बोगस कंपनियां बनाकर काली कमाई का निवेश करते थे। बताते हैं कि जानकारों ने दोनों भाइयों को दुबई में निवेश करने की सलाह दी थी। तब सद्दाम ने अतीक-अशरफ के रुपये से दुबई में फ्लैट खरीदे थे। इन फ्लैट्स का किराया सद्दाम ही लेता रहा है।
जो लोग दुबई में रियल स्टेट कारोबार में निवेश करते हैं, उन्हें वीजा नियमों में ढील दी जाती है। इस वजह से भी सद्दाम ने दुबई में निवेश किया है। प्रयागराज पुलिस ने सौलत हनीफ को रिमांड पर लिया था तो उसने बताया कि सद्दाम ने दोनों भाइयों के करोड़ों रुपये दुबई में निवेश किए हैं। सद्दाम को अतीक-अशरफ की बेनामी संपत्ति के बारे में भी पूरी जानकारी है।
सद्दाम बहन जैनब के साथ मिलकर कुछ संपत्ति बेचना चाहता था। इस बारे में उसकी कई बिल्डरों से बात भी हुई थी, लेकिन खरीद-फरोख्त से पहले बरेली एसटीएफ ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि प्रयागराज पुलिस सद्दाम को रिमांड पर लेकर अतीक-अशरफ की संपत्ति के बारे में पता करेगी। वहीं, प्रॉपर्टी डीलर फरहत को भी सद्दाम ने बरेली में जमीन खरीदने के लिए रुपये दिए थे। इसका भी पता लगाया जा रहा है। सद्दाम पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा सकती है।
सद्दाम को ‘विधायक जी’ कहते हैं गुर्गे
अशरफ के जेल जाने के बाद उसके गुर्गे सद्दाम को ‘विधायक जी’ कहकर संबोधित करने लगे थे। खुद अशरफ भी सद्दाम को विधानसभा का चुनाव लड़वाना चाहता था। सद्दाम ने अतीक-अशरफ की पहुंच का हवाला देकर फुरकान और लल्ला गद्दी को भी राजनीति में चमकाने का वादा किया था।सद्दाम अपने गांव में कद्दावर नेताओं के कार्यक्रम कराता था और भीड़ जुटाकर उन्हें अपनी ताकत दिखाता था। इसलिए गुर्गे उसे ‘विधायक जी’ कहते हैं। सद्दाम विपक्षी दल के एक कद्दावर नेता को चाचा कहता था और जब चाहता था उनसे फोन पर बात कर लेता था। इस नेता के साथ सद्दाम के कई फोटो भी वायरल हो रहे हैं। कद्दावर नेता के साथ फुरकान के भी फोटो वायरल हुए थे।