कानपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को यहां भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया। इसके साथ ही कटघरे में खड़ा करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ होती तो संभल की घटना नहीं होती और पांच जानें न जातीं। वोटों की लूट से ध्यान भटकाने के लिए यह घटना कराई गई। कहा कि वह संभल भी जाएंगे और पीड़ितों की मदद भी करेंगे। डीएनए की बात पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा और कहा कि मुख्यमंत्री को डीएनए की बात शोभा नहीं देती। एक संत और योगी को भगवा पहनने के बाद इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यहां निजी कार्यक्रमों में शिरकत करने आए थे। इस मौके पर उन्होंने वरिष्ठ सपा नेता वीरसेन यादव के दामोदरनगर स्थित आवास पर पत्रकारों से बात की। पहले संभल पर बोले और बहराइच का भी जिक्र किया और कहा कि वहां विधायक ने अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर कराई है।
अखिलेश बोले- मुख्यमंत्री भी अपना डीएनए चेक करा लें
फिर डीएनए पर आ गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बायोलॉजी कितनी पढ़ी, यह उन्हें नहीं पता लेकिन बार-बार डीएनए चेक कराने की बात करते हैं। वो तो डीएनए की बात ना किया करें । मैं भी अपना डीएनए और हम सब लोग अपना डीएनए चेक करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री भी अपना डीएनए चेक करा लें।
प्रशासन चाहता तो संभल में घटना न होती। दूसरी बार सर्वे में लोग नारे लगाते हुए आए थे। पहले सर्वे का किसी मुस्लिम ने रुकावट नहीं डाली। संभल में पाकिस्तानी कारतूस मिलने की बात पर बोले कि क्या कार पलटी थी? पलटाई गई थी। इसी से समझ लें। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होगा तो जनता सत्ता से बाहर करेगी। सरकार की कोई योजना नहीं चल पा रही है। लखनऊ से कानपुर आते वक्त सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे देखे। भाजपा अपने लोगों को मुनाफा कमवाती है। भाजपा हमेशा कमजोर पर हमला करती है। चीन के मामले में कहा कि भाजपा के लोग वहां से कारोबार करते हैं। इसी से चीन का विरोध नहीं करते। इस मौके पर ग्रामीण जिलाध्यक्ष मुनींद्र शुक्ला, समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. इमरान, पूर्व विधायक सतीश निगम मौजूद रहे।