मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के 97 हजार राजस्व गांवों में कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिए घर-घर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का महाभियान शुरू हो गया है. सरकारी बयान में इसकी जानकारी दी गई है. निगरानी समितियों की जांच में कोरोना के लक्षण वाले 69,474 लोगों का जब एंटीजन टेस्ट किया गया तो 3551 लोग संक्रमित पाए गए. इन लोगों को मेडिकल किट दी गई है और सतर्कता के उपाय बातकर घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है.
सरकारी बयान के मुताबिक गुरुवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिए बनाई गई टीम-09 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ की नीति के अनुरूप किए जा रहे प्रयासों के संतोषजनक परिणाम मिल रहे हैं. बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां औसतन दो लाख से ढाई लाख टेस्ट रोजाना हो रहे हैं, वहीं नए मामलों में गिरावट आई है. इसके मुताबिक संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
फिर से बढ़ने लगी ठीक होने वालों की संख्या
बयान में कहा गया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में संक्रमण के 26,780 नए मामलों की पुष्टि हुई, जबकि 28,902 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं. इसमें कहा गया है कि प्रदेश में स्वस्थ होने वाले लोगों की अब तक की कुल संख्या 11,51,571 हो गई है. फिलहाल कुल 2,59,844 मरीजो का इलाज चल रहा है.
बयान के अनुसार बीते 30 अप्रैल को उपचाराधीन मामलों की संख्या सर्वाधिक थी, जब प्रदेश में 03 लाख 10 हजार 783 मामले थे. इसके अनुसार पिछले छह दिन की अवधि में इसमें 50 हजार से अधिक की गिरावट आई है. इसके अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण का काम प्रदेश में सुचारू रूप से चल रहा है और अब तक एक करोड़ 32 लाख 55 हजार 955 खुराक दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सतत प्रयासों से टीके की वेस्टेज में भी कमी आई है, हालांकि इसे और बेहतर करने की जरूरत है.