शाहजहांपुर के गर्रा नदी में डूबे तीन बच्चों में से दो के शव 40 घंटे बाद मिले। नहाने के दौरान सोमवार को दोपहर नदी में डूबे मोहल्ला मामूड़ी के तीन दोस्तों में शाहरुख (12) का शव मंगलवार को मिल गया था। वहीं शोएब (14) और अखलाक (11) के शव बुधवार सुबह नदी में उतराते मिले। दोनों के शव फूल गए थे। पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराया। ईद से पहले तीन बच्चों की मौत से उनके परिवारों में कोहराम मचा है।
सदर बाजार क्षेत्र के मोहल्ला मामूड़ी निवासी शाहरुख (12), शोएब (14) और अखलाक (11) सोमवार दोपहर करीब दो बजे गर्रा नदी के किनारे बकरियां चराने गए थे। इसी दौरान तीनों ककरा काकर कुंड में नहाने उतरे और डूब गए। एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार को शाहरुख का शव नदी से निकाला। शोएब और अखलाक की तलाश पूरे दिन होती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। बुधवार सुबह दोनों के शव नदी में उतराते मिले।
परिजनों को चार लाख रुपये की मिलेगी धनराशि
अपर जिलाधिकारी एफआर अरविंद कुमार ने बताया कि मृतक बच्चे के परिजनों को आपदा राहत मद से चार लाख रुपये की धनराशि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्राप्त होते ही 24 घंटे में देने की कार्यवाही की जाएगी। उधर, तीनों बच्चों की मौत से उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया कि घटना के दिन तीनों बच्चों ने रोजा रखा था। उनकी मौत से ईद की खुशियां मातम में बदल गई हैं।
पार्क का बहाना बनाकर नदी के पास जाते थे बच्चे
शाहरुख की मां नन्हीं ने बताया कि बेटा दोस्तों के साथ चार-पांच दिन से गर्रा नदी के पास जा रहा था। घर लौटता था तो उसके कपड़ों में मिट्टी लगी होती थी। पूछने पर बहाना बना देता था कि पार्क घूमने गया था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि तीनों बच्चों का रोजा था। तीनों ने सोमवार को दोपहर में नमाज पढ़ी थी। इसके बाद नदी के पास चले गए थे।