मौसमपुर में नहीं निकलने दी श्रीकृष्ण की पालकी, आमने-सामने आए दो समुदाय के लोग

बदायूं के मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव मौसमपुर में बृहस्पतिवार को दूसरे समुदाय के लोगों ने जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पालकी नहीं निकलने दी। इसको लेकर दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। इससे गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। गांव के तमाम लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली से थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। उन्होंने दूसरे समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव मौसमपुर में पिछले कई साल से जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण भगवान की पालकी निकाली जाती रही है। गांव के गजेंद्र सिंह का कहना है कि इस बार भी श्रीकृष्ण झांकी और पालकी निकालने की तैयारी की गई थी। गांव के तमाम लोग झांकी और पालकी लेकर जैसे ही सड़क पर आए कि दूसरे समुदाय के लोग विरोध में खड़े हो गए। सबके हाथों में लाठी-डंडे थे। ऐसे में टकराव की स्थिति पैदा हो गई।

पुलिस ने नहीं की सुनवाई 

ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस को भी सूचना दी थी लेकिन उसने कोई सुध नहीं ली। इससे गुस्साए तमाम लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली से मूसाझाग थाने पहुंचे। आरोप है कि यहां भी पुलिस ने सहयोग नहीं किया। दरोगा ने यह कहकर तहरीर नहीं ली कि इस आयोजन की प्रवष्टि थाने में नहीं है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि मौसमपुर गांव में वर्ष 1960 से यह आयोजन होता आ रहा है।

ग्रामीणों ने थाने में हंगामा किया। पुलिस ने बमुश्किल ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया। इस दौरान गांव के गजेंद्र, नरेंद्र, जगतपाल, नरेश, हेमराज, ब्रह्मपाल, बागेश, दुर्वेश, वीरेश, अशोक, रतिभान, बलवीर, रामवीर और शिवम समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। एसओ शिवेंद्र भदौरिया ने बताया कि यह मामला जानकारी में नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here