सीतापुर: बीएसए-प्रिंसिपल विवाद में शिक्षिका अवंतिका गुप्ता निलंबित

सीतापुर जिले के प्राथमिक विद्यालय नदवा में शिक्षण और प्रशासनिक विवाद ने जोर पकड़ लिया है। बीएसए ने उच्च अधिकारियों के निर्देश पर शिक्षिका अवंतिका गुप्ता को निलंबित कर दिया है। अवंतिका गुप्ता को यह नोटिस 21 अगस्त से 20 सितंबर तक स्कूल में अनुपस्थित रहने और उपस्थितियों के प्रमाण नहीं देने के कारण जारी किया गया था। शिक्षिका निलंबन से पहले वेतन रोकने का आदेश भी जारी हो चुका था।

मामला तब तूल पकड़ गया जब प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा और बीएसए के बीच CCTV फुटेज में मारपीट दिखाई दी। प्रिंसिपल की पत्नी सीमा वर्मा ने आरोप लगाया कि उनके पति को स्कूल में हाजिरी लगाने के लिए बाध्य किया जा रहा था, और इसी विवाद के कारण बीएसए से उनकी पिटाई हुई।

इस बीच, बच्चों और अभिभावकों ने शिक्षिका के खिलाफ प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक आशा मौर्य ने मौके पर पहुंचकर ताला तोड़कर पढ़ाई शुरू कराने का प्रयास किया, लेकिन बच्चों ने पढ़ाई करने से इनकार किया। सीतापुर सांसद राकेश राठौर ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षिका को भी पीटा गया और इस मामले में FIR दर्ज होनी चाहिए।

बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूल में राजनीति की वजह से तनाव बढ़ गया है। प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा को निलंबित कर जेल भेज दिया गया। बच्चों और अभिभावकों ने शिक्षिका के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया।

पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह वर्मा ने बताया कि शिक्षिका अवंतिका गुप्ता नियमित रूप से स्कूल नहीं आती थीं, जिससे प्रधानाध्यापक पर दबाव था। प्रधानाध्यापक को बीएसए कार्यालय बुलाने और जवाब देने के दौरान विवाद हिंसक रूप ले गया।

बेसिक शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कमेटी गठित की है। विभाग ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ FIR दर्ज कर निलंबन का आदेश दिया। विभाग ने सोशल मीडिया पर भी ट्वीट कर कहा कि अनुशासनहीनता पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

इस विवाद ने स्कूल और स्थानीय शिक्षा व्यवस्था में खलबली मचा दी है, जबकि बच्चे और शिक्षक दोनों ही इसके प्रभाव में हैं।

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