लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने स्मार्ट सिटी की तर्ज पर ‘स्मार्ट गांव’ विकसित करने का इरादा जाहिर करते हुए सोमवार को गांवों के विकास की महायोजना तैयार करने का निर्देश दिया है।
मनरेगा के माध्यम से स्मार्ट विलेज बनाने का मौका
बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ने यहां सूचना प्रणाली प्रबंधन से सम्बंधित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद कहा, “स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट गांव विकसित किये जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सरकारी योजनाओं, 100 दिनों के रोजगार, कौशल प्रशिक्षण और भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड (बीओसीडब्ल्यू बोर्ड) का लाभ हर पात्र घर तक पहुंचाने के प्रयास किए जाने चाहिए। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से स्मार्ट विलेज बनाने का मौका हमारे हाथ में है। ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर इस दिशा में अभिनव कार्य करें।”
उन्होंने कहा कि गांवो के विकास की महायोजना बनाई जाए। सबको मिलकर गांव के विकास कार्य में क्रांति लाने का काम करना होगा। मौर्य ने कहा कि गांव -गरीब की सेवा करना हमारे स्वभाव में होना चाहिए, तभी हम सही मायने में गरीब कल्याण की योजनाओ को धरातल पर उतारने में पूरी तरह सफल हो सकेंगे।
मौर्य ने ग्राम प्रधानों की गांवों के विकास में उनकी भूमिका और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने घोषणा की कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रधानों को पुरस्कृत किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने मनरेगा योजना की भी प्रशंसा की, जिसने कोरोना महामारी के दौरान लौटने वाले प्रवासियों और स्थानीय आबादी की पीड़ा और दर्द को कम करने में उत्कृष्ट भूमिका निभाई थी।