उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक दर्दनाक हादसे में डेढ़ वर्षीय बच्ची की जान चली गई। दुद्धी कोतवाली क्षेत्र में 27 जून को हुए इस हादसे में मासूम प्रिया खौलते छोले के भगोने में गिर गई थी। गंभीर रूप से झुलसी बच्ची को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
खेलते-खेलते गैस के पास पहुंची थी बच्ची
जानकारी के अनुसार, बच्ची की मां घर पर दुकान के लिए छोले उबाल रही थीं। कुछ देर के लिए जब वह बाहर गईं, उसी दौरान प्रिया खेलते हुए रसोई की ओर पहुंच गई और गैस पर रखे भगोने में गिर गई। गर्म छोले में गिरते ही बच्ची की चीख सुनाई दी, जिस पर मां दौड़कर पहुंचीं और उसे बाहर निकाला। तुरंत ही बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
80 फीसदी से अधिक झुलसी थी मासूम
चिकित्सकों ने बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन उसके शरीर का 80 फीसदी हिस्सा झुलस चुका था। शनिवार की शाम इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
चार साल से सोनभद्र में रह रहा था परिवार
प्रिया के पिता शैलेंद्र अपने परिवार के साथ झांसी से आकर बीते चार वर्षों से दुद्धी क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे थे। वह गोलगप्पे बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
ठीक दो साल पहले खोई थी बड़ी बेटी
इस हादसे ने परिवार की पुरानी पीड़ा को फिर से ताजा कर दिया। शैलेंद्र ने बताया कि ठीक दो साल पहले, इसी तारीख (27 जून) को उनकी बड़ी बेटी सोम्या भी खौलती दाल में गिरकर चल बसी थी। अब दूसरी बेटी की असमय मृत्यु से परिवार गहरे सदमे में है। पड़ोसियों के अनुसार, शैलेंद्र इस दुख से पूरी तरह टूट चुके हैं और अंतिम संस्कार के बाद से किसी से बात तक नहीं कर पा रहे हैं।