उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को पश्चिमी जिलों और तराई क्षेत्र में तेज हवाओं और बारिश का असर देखा गया। दिल्ली से सटे इलाकों में अधिक असर पड़ा, जहां पेड़ गिरने, कच्चे मकानों के ढहने, जलभराव और मार्गों के अवरुद्ध होने से यातायात प्रभावित हुआ। कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी घंटों ठप रही। बुंदेलखंड, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी और हरदोई में हल्की बारिश हुई। आंधी-बारिश और बिजली गिरने के कारण चार लोगों की मौत हो गई, वहीं कई अन्य लोग झुलस गए।
मौसम विभाग ने 4 से 6 मई तक मौसम में बदलाव की संभावना जताई है और शनिवार को 33 जिलों में तेज हवाएं चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बूंदाबांदी, वज्रपात और ओलावृष्टि के आसार हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने और फसल नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता देने और प्रभावितों को राहत राशि वितरित करने की भी हिदायत दी।
गाजियाबाद, मुरादनगर और हापुड़ में आंधी और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। गाजियाबाद में आंधी से पेड़ उखड़ने और बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गईं, जबकि मुरादनगर और हापुड़ में बिजली गिरने से उपकरण जल गए।