अभिनेताओं के अपहरण में लवी पाल की स्कॉर्पियो गाड़ी इस्तेमाल की गई थी। केस दर्ज होने के बाद पुलिस की दबिश बढ़ी तो आरोपी लवी ने दिल्ली की एक पार्किंग में गाड़ी कर दी थी। इसके बाद इलाहाबाद चला गया, जिसके बाद उसे गाड़ी उठाने का मौका नहीं मिल सका। अर्जुन कर्णवाल की गिरफ्तारी के बाद मेरठ पुलिस ने उक्त गाड़ी को बरामद कर लिया था।
अपहरण कांड के आरोपी लवी पाल के मुठभेड़ में गिरफ्तार होने के कुछ घंटे बाद ही मेरठ पुलिस बिजनौर पहुंच गई। थाना लालकुर्ती प्रभारी ने बिजनौर के जिला अस्पताल पहुंचकर लवी से पूछताछ की। सुनील पाल अपहरण के केस में लालकुर्ती थाना पुलिस जांच कर रही है।
पैसा खत्म हुआ तो प्रेमिका ने की मदद
पुलिस सूत्रों के अनुसार लवी पुलिस से बचने के लिए इधर उधर भाग रहा था। वह हरिद्वार, ऋषिकेश, दिल्ली आदि जगहों पर होटलों में ठहरा। पुलिस सूत्रों के अनुसार फरारी के दौरान उसके पास पैसे खत्म हो गए थे। ऐसे में उसकी प्रेमिका ने उसे कुछ पैसे भिजवाए थे। यह भी सामने आया कि वह अपनी प्रेमिका पर काफी रकम खर्च करता था।

अंकित उर्फ पहाड़ी से बरामद हुए तीन हजार
गिरोह के सदस्य अंकित उर्फ पहाड़ी पुत्र रवि खन्ना निवासी मोहल्ला शंभा बाजार बिजनौर ने गिड़गिड़ाते हुए पुलिस के सामने आत्मसर्पण कर दिया। उससे तीन हजार रुपये बरामद हुए हैं। अंकित उर्फ पहाड़ी पहले गिरफ्तार हो चुके सार्थक का बेहद करीबी साथी रहा है।