पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में बरातियों की इनोवा कार हरीपुर जंगल में अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराकर पलट गई। हादसे में उत्तराखंड के सितारगंज के शक्ति फार्म निवासी दूल्हे नरोत्तम की नानी रेणुका (70), रिश्ते की दो दादी कंचन सरकार (60), विशुका मंडल (45) की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल गए। हादसे में कार चालक भी घायल हो गया, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
घटना मंगलवार राम करीब सवा आठ बजे धनाराघाट मार्ग पर हरीपुर जंगल में हुआ। कार सवार बराती उत्तराखंड के शक्ति फार्म निवासी दीपांकर के पुत्र नरोत्तम की शादी में शामिल होने गांव राहुलनगर मजदूर बस्ती जा रहे थे। राहुलनगर निवासी अनीता की पुत्री हेमा (20) से उसकी शादी तय हुई थी। इनोवा सहित चार कारों से बरात आई थी। हरीपुर जंगल में इनोवा कार तकनीकी खराबी के बाद अनियंत्रित होकर सड़क पर घसीटती हुई पेड़ से टकराने के बाद पलट गई।

हादसे में घायल शक्ति फार्म निवासी जतिश मंडल की पत्नी रेणुका (70), बैकुंठपुर निवासी तारक मंडल की पत्नी कंचन मंडल (60), तापक मंडल की पत्नी विशुका मंडल, शक्ति फार्म निवासी गनेश मंडल (27), सितारगंज के टैगोर नगर निवासी निहाल मुखर्जी (19), बैकुंठनगर निवासी गोविंद (43), शक्ति फार्म निवासी मनोज का पुत्र मनीष मंडल (14), बैकुंठनगर निवासी उमेश सरकार (22), शक्ति फार्म निवासी तारक मंडल का पुत्र दिपांकर मंडल (17), इनोवा चालक नरायण प्रमाणिक (30) घायल हो गए।
घायलों को कोतवाल संजीव कुमार पुलिस टीम के सहयोग से सीएचसी लाए। चिकित्सक ने रेणुका, कंचन सरकार, विशुका मंडल को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया। एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला, सीओ सिटी प्रतीक दहिया ने सीएचसी पहुंचकर घटना की जानकारी घायलों से ली। गनेश मंडल सहित दो को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया। कोतवाल संजीव कुमार शुक्ला ने बताया कि तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।

खुशियों का माहौल मातम में बदला
मंगलवार रात को बरात का इंतजार कर रही अनीता के घर शादी की खुशियों का माहौल था। हादसे की सूचना मिलते ही मातम पसर गया। गांव के कई लोग घटनास्थल पर पहुंचे। आधी रात को दूल्हा और चार-पांच बराती गांव पहुंचे। शादी की औपचारिकता पूरी कर दिन निकलने से पहले ही बरात को विदा कर दिया गया।

एसडीएम, सीओ, एआरटीओ ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
रात में एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला, सीओ सिटी प्रतीक दहिया ने घटनास्थल पहुंचकर निरीक्षण किया। बुधवार को एआरटीओ वीरेंद्र वीरेंद्र सिंह ने घटनास्थल को देखा। एआरटीओ ने बताया कि हादसा इनोवा में खराबी के चलते हुआ है। इनोवा के अगले एक पहिया में हवा भी नहीं मिली। उन्होंने बताया कि इनोवा उत्तराखंड की और कंडम है। सात शीटर इनोवा में चालक सहित 10 सवारियां थीं। उन्होंने बताया कि हादसे के समय इनोवा सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रही होगी। करीब 10 मीटर तक सड़क पर इनोवा के घसीटते हुए जाने का निशान है। पूरी रिपोर्ट ट्रांसपोर्ट आयुक्त को भेजी जाएगी।

कोतवाली की गाड़ी देखकर चीख पड़े थे घायल
हादसे के कुछ मिनट बाद ही कोतवाल धनाराघाट रोड पर कोतवाली की सीमा तक गश्त कर लौट रहे थे। घटनास्थल पर उनकी गाड़ी पहुंचने पर घायलों ने शोर मचाना शुरू कर दिया था। कोतवाल के मौके पर पहुंचने पर एक महिला इनोवा के नीचे दबी थी। दूसरी कुछ दूरी पर बेसुध पड़ी थी। जबकि तीसरी महिला इनोवा में फंसी थी। कुछ घायल इनोवा से निकलकर इधर-उधर भागने लगे। घटना स्थल पर मोबाइल का नेटवर्क नहीं था। कोतवाल ने घटनास्थल से आधा किलोमीटर चलकर कोतवाली को सूचना देकर अन्य स्टाफ को बुलाया। तब इनोवा सीधी कर घायलों को निकाला गया।