महिलाओं को घरेलू हिंसा और उत्पीड़न से निजात दिलाने के लिए प्रदेश में बिहार, गुजरात जैसी पूर्ण शराबबंदी जरूरी है। जब तक शराब बंद नहीं होगी, तब तक गरीबों का कल्याण नहीं होगा। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने लखनऊ के दारुलसफा में आयोजित पार्टी की उत्तर प्रदेश महिला मोर्चा की समीक्षा बैठक के दौरान यह विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग और सरकार एक कानून बनाए कि लोकसभा और विधानसभा में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो। महिलाएं विधानसभा और संसद में पहुंचेंगी तो अपने हक और अधिकार का कानून खुद बना लेंगी।
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सुभासपा शुरू से ही महिलाओं के हक, अधिकार, मान, सम्मान के लिए अनवरत लड़ रही है। पार्टी की प्रदेश में जो पहचान बनी है, उसमें आधी आबादी का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों का सबसे अधिक आशीर्वाद और सहयोग उन्हें मिल रहा है। पार्टी ने जब भी सामाजिक मुद्दों पर बड़े आंदोलन किए तब पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया। इस बार शराबबंदी के लिए पार्टी ने महिलाओं को जगाने और एकजुट करने का अभियान शुरू किया है।
सुभासपा प्रमुख राजभर ने कहा कि लोगों के समझ में आना चाहिए कि 50 फीसदी आबादी महिलाओं की है तो उन्हें 50 फीसदी हिस्सेदारी भी मिलनी चाहिए। यही ललकारने के लिए यह कार्यक्रम किया है। उन्होंने कहा कि जब तक शराब बंद नहीं होगी गरीबों का कल्याण नहीं होगा। उन्होंने चुनाव आयोग और सरकार से अपील की कि एक कानून बनाया जाए ताकि कि लोकसभा और विधानसभा में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो। महिलाएं विधानसभा और संसद में पहुंचेंगी तो अपने हक और अधिकार का कानून खुद बना लेंगी।
बेटियों के लिए आरक्षित हो 50 फीसदी सीटें
सुभासपा प्रमुख ने कहा कि शैक्षिणिक संस्थाओं में बेटियों के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित करते हुए निशुल्क शिक्षा दी जाए। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियां पढ़ लिखकर सर्वोच्च कुर्सी पर बैठें। नौकरियों में 50 फीसदी पद महिलाओं से भरी जाए।
पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने बताया कि बैठक में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आने वाले समय में भी महिलाओं के हक अधिकार की लड़ाई में पार्टी अग्रणी भूमिका में रहेगी। माताओं और बहनों की सुरक्षा और सम्मान के लिए पार्टी का हर कार्यकर्ता अपनी जान लगाने का काम करेगा।
राजभर ने कहा कि जब तक समाज में महिलाओं का सम्मान नहीं होगा तब तक समाज का सर्वांगिण विकास नहीं हो सकता है। भारतीय शास्त्रों में कहा गया है कि जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवताओं का निवास होता है। महिलाओं को घरेलू हिंसा और उत्पीड़न से निजात दिलाने के लिए प्रदेश में बिहार, गुजरात जैसी पूर्ण शराबबंदी जरूरी है। पार्टी इसके लिए हर स्तर पर कोशिश में जुटी है। जरूरत पड़ी तो इसके लिए बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
अरुण राजभर ने कहा कि महिलाओं के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी प्रतिबद्ध है। सड़क से सदन तक महिलाओं के सम्मान की लड़ाई लड़ी जा रही है। इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारी उषा शाक्य, राजमती निषाद, मनीषा सिंह, मालती लोधी, उर्वशी चौधरी, लक्ष्मी राजभर, राधिका बिंद, अर्चना विश्वकर्मा, सरिता गुप्ता, सुशीला धैमी, शिल्पा सिंह, राधिका पटेल, अर्चना देवी, उमरावती सिंह, पूजा नाथ, आदि महिलाएं उपस्थित रहीं। बैठक की अध्यक्षता मनीषा सिंह ने किया एवं संचालन राजमती निषाद ने किया।