आगरा में भीषण गर्मी में सोमवार शाम अचानक मौसम बदला। धूल भरी आंधी चली। कई जगह पेड़ टूट गए। आंधी के बाद गरज-चमक के साथ ओले बरसे। इससे सब्जियों और अन्य फसलों को नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से हुए नुकसान के आकलन के निर्देश जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने सभी तहसीलों के एसडीएम को दिए हैं।
सोमवार को दोपहर तपती रही। सूरज के तेवर सख्त रहे। शाम 4 बजे आंधी आई। बाह, पिनाहट, किरावली, अकोला, कागारौल, अछनेरा, कुर्राचित्तरपुर, मलपुरा आदि क्षेत्रों में धूल के गुबार उड़ते रहे। आंधी के साथ ही बारिश शुरू हो गई। अकोला, कागारौल, अछनेरा, कुर्राचित्तरपुर में ओलावृष्टि हुई। 100 ग्राम तक के ओले गिरे। इससे फसलों में नुकसान की आशंका है।
वहीं, जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने नुकसान का आकलन कराने की बात कही है। किसान गंभीर सिंह चाहर, शैलेंद्र सिंह, यदुवीर सिंह, सत्यभान सिंह आदि ने बताया कि खेतों में मक्का, कपास, ज्वार (चरी), मूंग आदि की फसल खड़ी है। लौकी, तोरई, टिंडे, भिंडी, बैंगन, टमाटर में ओलों से नुकसान हुआ है।
किरावली के गांव अखवाई के प्रधान केदार सिंह ने बताया कि शाम 5:30 बजे तक ओले पड़ते रहे। नगला बीच के लाखन सिंह ने बताया कि गांव मोरी, बरौली, नगला श्यौराम, नहचानी, नगला दलसहाय, नगला बीच, नगला हन्नू, बसैया ज्योतिराज, महुअर के आकाश प्रजापति, हरिकिशन भगत ने बताया कि बेमौसम बारिश और ओलों से फसलों में नुकसान हुआ है। तहसीलदार किरावली देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। विधायक चौधरी बाबूलाल ने एसडीएम से बात की। नुकसान का सर्वे कराने के लिए कहा।
अछनेरा के गोपऊ, रायभा, मन्गुर्रा, जनुथा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई। इससे मूंग की फसल में नुकसान को लेकर चिंता बढ़ गई है। किसान काशीराम ने बताया कि जिन खेतों में मूंग की फसल तैयार हो रही थी, वह बारिश और ओलों से जमीन पर लेट गई है। कुर्राचित्तरपुर में करीब 1 घंटे ओले बरसे। फसलों के साथ फालसा, जामुन व आम झड़ गए।
20 गांव में बिजली गुल, टूटे पेड़
बाह में सोमवार शाम आई आंधी और बारिश से एक तरफ जैतपुर मे कई पेड़ टूट गए। विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके कारण शटडाउन लेना पड़ा। रात में करीब 20 से अधिक गांवों की बिजली गुल रही।