हसनपुर क्षेत्र के एक गांव की 13 वर्षीय किशोरी खेत पर जाते समय एक युवक की मनमानी का शिकार हो गई। तमंचे से धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। छह माह बाद तबीयत खराब होने पर किशोरी के साथ दुष्कर्म और गर्भवती होने का पता चला।
निजी चिकित्सक के यहां प्रसव के दौरान शिशु की मौत हो गई। सच सामने आने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। किशोरी के पिता ने इस मामले में शनिवार रात हसनपुर कोतवाली में तहरीर दी।
बताया कि बृहस्पतिवार को 13 वर्षीय बेटी के पेट में तेज दर्द होने पर वह एक निजी अस्पताल ले गए, जहां जांच के बाद चिकित्सक ने उसे छह माह की गर्भवती बताया। पूछने पर बेटी ने छह माह पहले खेत पर तमंचे के बल पर हुए दुष्कर्म का वाकया बताया।
आरोपी की धमकी के कारण बेटी छह माह तक खामोश रही। बेटी की हालत देखकर और चिकित्सक की राय पर परिवार ने निजी अस्पताल में ही प्रसव कराया। डॉक्टर ने बताया कि किशोरी को बचाने के लिए प्रसव कराना पड़ा। अविकसित होने के कारण शिशु को बचा पाना संभव नहीं था।
पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में धर्म सिंह नामक युवक पर एफआईआर दर्ज की है। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट में भी अभियोग दर्ज किया है। सीओ दीप कुमार पंत ने बताया कि आरोपी धर्म सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया।
किशोरी का चल रहा है उपचार
दुष्कर्म का शिकार हुई किसान की 13 वर्षीय बेटी चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर की है। प्रसव के बाद से उसकी हालत भी ठीक नहीं है। निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
बीस सप्ताह तक होती है गर्भपात की श्रेणी
सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि गर्भावस्था में 20 सप्ताह तक अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को गर्भपात की श्रेणी में रखा जाता है। गर्भावस्था के 20 सप्ताह या उससे अधिक दिनों का भ्रूण शिशु का आकार ले लेता है। उसके बाद अपनाई जाने वाली प्रक्रिया प्रसव कहलाती है।
इस केस में भी प्रसव की प्रक्रिया अपनाई गई है। हालांकि उन्होंने हसनपुर क्षेत्र में किशोरी के साथ दुष्कर्म और प्रसव के समय शिशु की मौत की घटना की जानकारी न होने की बात भी कही है।