लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब आपको संभागीय परिवहन कार्यालय या सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा. अब आवेदक घर बैठे ऑनलाइन लर्निंग डीएल बनवा सकेंगे.
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को उम्मीद है कि आवेदकों को 1 जुलाई, 2021 से यह सुविधा मिलने लगेगी. इस ऑनलाइन सुविधा के शुरू होने से हर साल लर्निंग डीएल के लिए अप्लाई करने वाले उत्तर प्रदेश के लगभग 20 लाख आवेदकों को काफी आसानी हो जाएगी.
ऐसे पाएंगे ऑनलाइन लर्निंग डीएल की सुविधा
ऑनलाइन लर्निंग डीएल के लिए अप्लाई करने वालों को अपने संबंधित जिले के आरटीओ वेबसाइट पर जाकर सबसे पहले अपने आधार कार्ड को लिंक करना पड़ेगा. आधार नंबर फीड होते ही आवेदक का सत्यापन हो जाएगा. इसके बाद आवेदक डीएल फीस जमा करेंगे. फिर अपने चुने हुए दिन एक ऑनलाइन टेस्ट देना पड़ेगा, जो आवेदक अपने घर या फिर साइबर कैफे में बैठकर दे सकते हैं.
छह महीने के अंदर इसे परमानेंट कराना होगा
टेस्ट में पास होने पर उनका लर्निंग डीएल स्वीकृत कर दिया जाएगा, जिसे आवेदक खुद ही डाउनलोड करके प्रिंट आउट निकाल सकेंगे. जो आवेदक ऑनलाइन टेस्ट में फेल हो गया तो उसको दोबारा टेस्ट देना पड़ेगा. यानी टेस्ट पास करने के बाद ही उसके हाथ में लर्निंग डीएल आएगा. हालांकि आवेदक को इसे 6 महीने के अंदर परमानेंट करवाना होगा. इसके लिए फिर आवेदन देना पड़ेगा, फिर ट्रैफिक मैनुअल से रिलेटेड टेस्ट होगा, फिर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में टेस्ट देना होगा.
यूपी के 15 मंडलों में बन रहा ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट
उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा कोष से 15 मंडलों प्रयागराज, मुरादाबाद, मिर्जापुर, मथुरा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, अलीगढ़, बरेली, बस्ती, झांसी, आजमगढ़, देवीपाटन एवं मुजफ्फरनगर में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का निर्माण कराया जा रहा है.
इन 8 मंडलों में बन चुका और व्यवस्था भी लागू हो गई
प्रयागराज, मुरादाबाद, मिर्जापुर, मथुरा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर एवं मुजफ्फरनगर में सिविल कार्य पूरा हो चुका है और यहां ड्राइविंग टेस्ट की नई व्यवस्था को लागू कर दिया गया है. यानी परमानेंट डीएल हासिल करने से पहले आवेदक को इन सेंटर्स में वाहन चलाने का टेस्ट देना पड़ेगा. यह नियम दो पहिया, चार पहिया और हैवी व्हीकल के लिए डीएल प्राप्त करने में लागू रहेगा.