कानपुर। घाटमपुर क्षेत्र में गुरुवार को हीट स्ट्रोक से मृत पाए गए युवक की पहचान जिस युवक अजय संखवार (22) के रूप में की गई थी, वह शुक्रवार को जीवित मिला। हैरानी की बात यह रही कि अजय स्वयं पुलिस के सामने आकर खड़ा हो गया और बोला, “साहब, देख लीजिए, मैं मरा हूं या जिंदा!” इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से पुलिस भी सकते में आ गई और तुरंत उसे थाने ले आई। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम रुकवा दिया गया और फिर से पहचान की प्रक्रिया शुरू की गई।
गुरुवार शाम घाटमपुर कस्बे के ओवरब्रिज के नीचे एक अज्ञात युवक का शव मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों से पहचान कराने की कोशिश की। इसी दौरान दिवली गांव के निवासी एक दंपती ने शव की पहचान अपने बेटे अजय संखवार के रूप में कर दी। पुलिस ने पंचनामा भरते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
लेकिन शुक्रवार को स्थिति पूरी तरह बदल गई। भीतरगांव रोड स्थित एक ईंट भट्ठे पर जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि अजय वहीं काम कर रहा है और बिल्कुल सुरक्षित है। अजय को जैसे ही अख़बार में अपने ‘मृत’ होने की खबर मिली, वह घबराकर सीधे पुलिस के पास पहुंचा। उसने बताया कि वह गुरुवार को काम पर था और परिजनों द्वारा हुई पहचान गलत है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अब दोबारा शव की शिनाख्त कराई जा रही है। इस मामले में पुलिस और परिजन दोनों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। एसीपी घाटमपुर कृष्णकांत यादव ने बताया कि शव की पहचान अजय के रूप में उसके परिजनों ने ही की थी, जिस आधार पर कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। अब मामले की दोबारा जांच की जा रही है।