उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) की तारीख का ऐलान कर दिया है। प्रारंभिक परीक्षा 20 अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के लिए कुल 20,73,540 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। सितंबर में परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को भर्ती चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि पीईटी की लिखित परीक्षा प्रदेश के समस्त जिलों में होगी। दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। प्रारंभिक परीक्षा में कुल 20 लाख 73 हजार 540 अभ्यर्थी शामिल होंगे। सितंबर में परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। लिखित परीक्षा दो पालियों में होगी इसलिए प्रश्नपत्र के कठिनाई के स्तर को समान रखने के लिए नार्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू होगी। पीईटी की परीक्षा दो घंटे में संपन्न होगी। 100 बहुविकल्पीय प्रश्नों की लिखित परीक्षा में निगेटिव मार्किंग लागू है। प्रत्येक गलत प्रश्न पर 1/4 अंक काटे जाएंगे।
पीईटी के रिजल्ट के आधार पर अभ्यर्थियों की शार्टलिस्टिंग कर आयोग समान शैक्षिक अर्हताओं की सेवाओं के समूह बनाकर उनमें भर्तियों के लिए अक्टूबर से मुख्य परीक्षाएं आयोजित करेगा। राज्य सरकार की सेवाओं में समूह ‘ग’ के 30 हजार पदों पर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्तियां करेगा। इनमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के 9000 से अधिक और राजस्व परिषद में लेखपालों के लगभग 8000 पद मुख्य रूप से शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार के अनुसार समूह ‘ग’ भर्तियों के लिए भविष्य में आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षाओं में शामिल होने के लिए पीईटी में शामिल होना अनिवार्य है। पीईटी के अंकों के आधार पर ही मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की शार्टलिस्टिंग की जाएगी। भर्तियों के लिए द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाने का फैसला किया है। इसी के तहत पहले चरण में पीईटी का आयोजन करने की तैयारी है। पीईटी के लिए आयोग ने बीती 25 मई से आवेदन आमंत्रित किये थे।