विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर वाराणसी के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ को लॉन्च किया। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जिले के तीन हजार से अधिक कामगारों को जोड़ा गया है। वाराणसी के रुद्राक्ष अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में योजना के शुभारंभ पर पीएम वर्चुअली कार्यक्रम में जुड़े।
विश्वकर्मा योजना पोर्टल लॉन्चिंग के अवसर पर रुद्राक्ष में 1200 कामगार भी मौजूद रहे। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि विश्वकर्मा योजना से कामगार और शिल्पी अपने काम में और निपुण होंगे। योजना के तहत विश्वकर्मा भाई-बहनों को बिना गारंटी के दो लाख रुपये का लोन, 15 हजार का टूलकिट, 500 रुपए स्टाइपेंड और स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ा रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कामगारों में टूलकिट भी वितरित किया। इस दौरान राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्य मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु, जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, पिंडरा विधायक डा अवधेश सिंह, एमएलसी विनीत कुमार सिंह, डीएम एस राजलिंगम, डीसीपी काशी आरएस गौतम और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना
पोर्टल लांचिंग के बाद पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को 500 रुपये भत्ता और टूलकिट मिलेगा। सीडीओ हिमांशु नागपाल ने बताया कि योजना का उद्देश्य छोटे कामगार और शिल्पिकारों को प्रोत्साहित करना है। इस योजना का लाभ लेने के लिए 18 वर्ष आयु के कामगार आवेदन कर सकते हैं।परिवार के एक ही सदस्य इस योजना का लाभ ले सकता है। उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के साढ़े तीन हजार कामगारों ने ऑफलाइन आवेदन किया था। 18 ट्रेड में नाई, मोची, कुम्हार, सुनार, मालाकार, धोबी, टोकरी चटाई बुनकर, झाड़ू कार, मूर्तिकार, बढ़ई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहार, ताला निर्माता, राजमिस्त्री, दर्जी, मांझी, गुड़िया और खिलौना बनाने वाले शामिल हैं।