पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने बेरोजगारी पर ट्वीट किया और पूरी व्यवस्था पर तंज कसा है। साथ ही कहा कि सीटेट पास युवा अगर रिक्शा चलाने पर मजबूर हो रहे हैं तो यह हमारी संसद की संयुक्त असफलता है।
सांसद ने एक ट्वीट में कहा कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता पर दुःख होता है जब एक कुशल एवं शिक्षित व्यक्ति को योग्यता और क्षमता के अनुरूप रोजगार का अवसर नहीं मिलता। देश में 60 लाख से अधिक ‘स्वीकृत पद’ खाली पड़े हैं, तब भी सीटेट पास नौजवान रिक्शा चलाने को मजबूर हो रहे हैं। यह हमारी संसद की ‘संयुक्त असफलता’ है।
इसके साथ ही उन्होंने ई-रिक्शा चला रहे सीटेट पास युवक का एक वीडियो भी शेयर किया है। सांसद ने कहा कि जिस वक्त देश के प्रत्येक नौजवान के लिए उनकी क्षमतानुसार नौकरी एवं रोजगार का प्रबंध हो जाएगा, उस वक्त देश के विकास को कोई नहीं रोक सकता। उनका भी यही लक्ष्य है। युवाओं के साथ-साथ देश भी तरक्की की राह पर अग्रसर हो।