मैनपुरी में सोमवार को करहल विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने आए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल को लेकर बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार आई तो करहल स्थित जैन इंटर कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने का काम करेंगे। यह वही कॉलेज है जहां से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने न केवल शिक्षा ली बल्कि शिक्षण कार्य भी किया।
सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे अखिलेश ने भाजपा पर खुलकर हमला बोला। करहल से जीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जो भी प्रत्याशी ले आए उसे करहल की जनता एतिहासिक वोटों से हराएगी। इसके साथ ही किसान और नौजवानों के मुद्दों पर भी अखिलेश ने भाजपा को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के वादे और नौजवानों को रोजगार देने का मुद्दा उठाया।
भाजपा सरकार पर निशाना साधा
अखिलेश ने कहा कि किसानों पर भाजपा सरकार में अत्याचार हुआ तो वहीं रोजगार मांगने वाले नौजवानों का भी अपमान हुआ। सपा सरकार आई तो नौजवानों को रोजगार दिया जाएगा। भाजपा के प्रचार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के गृहमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री थूक लगार पर्चा बांट रहे हैं। इससे कोरोना का खतरा है और आचार संहिता का उल्लंघन भी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी को भाजपा ने पहले ही घर भेज दिया है। वहीं भाजपा अब तक 99 अपराधियों को टिकट दे चुकी है, ऐसे में शतक पूरा करने में भाजपा को संकोच क्यों हो रहा है? अखिलेश के नामांकन के दौरान उनके साथ पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, तेजप्रताप यादव, करहल से मौजूदा विधायक सोबरन सिंह यादव भी मौजूद रहे।
बड़े अधिकारी ले रहे कर्मचारियों के वोटर कार्ड
अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी किए जाने की आशंका भी जताई। उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि बड़े अधिकारी अपने-अपने विभागों के कर्मचारियों का वोटर कार्ड ले रहे हैं। इससे कर्मचारियों पर भाजपा के पक्ष में मतदान का दबाव बनाया जा रहा है।
चुनाव आयोग पर नरम रहा रुख
विधानसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने प्रदेश की मशीनरी से लेकर भाजपा तक सबको अपने बयान में निशाने पर लिया। लेकिन चुनाव आयोग की बात पर हर बार रुख नरम ही रहा। मतगणना में इस बार टेबल बढ़ाए जाने की मंशा पर जब सवाल पूछा गया तो अखिलेश ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ऐसा किया जा रहा है। इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।