नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष को योगी ने दी बधाई, बोले- समय ‘सबको’ समझा देता है

भाजपा समर्थित सपा विधायक नितिन अग्रवाल उत्तर प्रदेश विधानसभा के 18वें उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। सोमवार को विधानसभा मंडप में हुए मतदान में 396 विधायकों में से 368 विधायकों ने मताधिकार का उपयोग किया। भाजपा के नितिन अग्रवाल को 304 और सपा के नरेंद्र वर्मा को 60 मत प्राप्त हुए। 

भाजपा उम्मीदवार को मिले तीन और सपा उम्मीदवार के एक मत सहित कुल चार मत खारिज हुए। बसपा और कांग्रेस ने विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव का बहिष्कार किया। विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव में भले ही भाजपा समर्थित नितिन अग्रवाल भारी बहुमत से जीते हैं, लेकिन सपा 46 वोटों के दम पर चुनाव मैदान में उतरी सपा ने 60 वोट हासिल कर बढ़त हासिल की है।

बसपा और कांग्रेस ने किया बहिष्कार
बसपा और कांग्रेस के बहिष्कार और सपा के विरोध के बीच विधानसभा मंडप में विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव के लिए सोमवार दोपहर 12 बजे शुरू हुए मतदान में पहला मत कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने डाला। दोपहर तीन बजे तक चले मतदान में 396 विधायकों में से 368 विधायकों ने मतदान किया। मतगणना के बाद दोपहर 3.50 बजे विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण ने परिणाम जारी करते हुए नितिन अग्रवाल को विधानसभा उपाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने नव निर्वाचित विधानसभा उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि नितिन के अनुभव का लाभ सदन को मिलेगा।

सपा को पार्टी के 46 वोटों से 15 वोट ज्यादा मिले
सपा के 49 विधायकों में से प्रसपा के अध्यक्ष एवं सपा विधायक शिवपाल यादव, सपा से निष्कासित हरिओम अनुपस्थित रहे। जबकि एक नितिन अग्रवाल खुद भाजपा समर्थित उम्मीदवार थे। ऐसे में सपा उम्मीदवार को पार्टी के 46 वोटों के सापेक्ष 15 वोट ज्यादा मिले है। सपा उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा को 60 वैध मत मिले जबकि उनका एक वोट खारिज किया गया।

नितिन के तीन वोट खारिज
वहीं भाजपा समर्थित नितिन अग्रवाल को 304 मत मिले हैं। नितिन के तीन वोट खारिज भी किए गए है। हालांकि विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या भी 304 ही है। भाजपा के करीब 15 विधायक वोट मतदान करने नहीं पहुंचे। लेकिन भाजपा अपना दल (एस) के विधायकों सहित बसपा के एक, कांग्रेस के दो बागी विधायकों ने खुलेआम समर्थन किया है। जबकि तीन निर्दलीयों का समर्थन भी भाजपा को मिला है। 

 28 विधायक अनुपस्थित रहे 
विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव में बसपा के सात, कांग्रेस के पांच, सुभासपा के एक (ओमप्रकाश राजभर) और भाजपा के करीब 15 विधायक अनुपस्थित रहे। 

सीएम योगी ने दी बधाई
विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित होने पर नितिन अग्रवाल को मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि नितिन अग्रवाल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपके उज्ज्वल कार्यकाल के लिए अनंत मंगलकामनाएं।

सीएम योगी ने आगे लिखा कि मुझे प्रसन्नता है कि नितिन अग्रवाल के रूप में युवा के साथ-साथ एक अनुभवी सदस्य को आज उत्तर प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में सदन में निर्वाचित किया गया है।

इसके साथ ही सीएम योगी ने इसे आगामी चुनावों में भाजपा की जीत का संकेत भी बताया। उन्होंने लिखा कि समाजवाद की विरोधी समाजवादी पार्टी के लिए उनका परिवार ही पार्टी है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए ‘पूरा प्रदेश’ ही परिवार है।

समय ‘सबको’ समझा देता है। वर्ष 2022 का चुनाव और अच्छे ढंग से इसको समझाने का काम करेगा। आज विधान सभा उपाध्यक्ष पद का चुनाव परिणाम इस बात को साबित करता है।

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