केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का गठन अटल सरकार ने किया था और मोदी सरकार उसे संवारने का कार्य कर रही है। प्रदेश की धामी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पिछली हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में घोटाले, स्टिंग आपरेशन और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। कांग्रेस विकास नहीं, केवल घोटाले कर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र के वायदे पूरे किए हैं। उसी को लेकर भाजपा जनता के बीच जा रही है।
मतदान की तिथि नजदीक आते ही उत्तराखंड में प्रचार का रंग गहरा हो गया है। शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह रुद्रप्रयाग पहुंचे और बाजार में घर-घर जाकर जन संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व सैनिकों और महिलाओं के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। रुद्रप्रयाग स्थित भाजपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 70 साल में जो कार्य नहीं हुए, भाजपा सरकार ने पांच वर्ष में पूरे करके दिखाए। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान कांग्रेस की मिलीभगत से रामपुर तिराहे की घटना हो गई और प्रदेश के कई युवा शहीद भी हुए। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा साहेब को चुनाव हराने वाली कांग्रेस संविधान दिवस भी नहीं मनाती है।
शाह ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार के कारण ही चारधाम का विकास हो रहा है। इसके अलावा कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर भी तेजी से काम चल रहा है। उत्तराखंड को वीरभूमि बताते हुए उन्होंने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को याद किया और कहा कि उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सरकार देहरादून में सैन्य धाम बना रही है। केंद्र सरकार ने सेना का आधुनिकीकरण कर सीमाओं को सुरक्षित किया है। रक्षा बजट में भारी बढ़ोतरी की गई है। मोदी सरकार ने पाकिस्तान को घर में घुसकर सबक सिखाकर संदेश दे दिया कि भारत अब झुकने वाला नहीं है। देश की सुरक्षा के लिए मोदी सरकार कठोर से कठोर फैसला लेने में पीछे नहीं हटी।
पूर्व सैनिकों से संवाद करते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्व सैनिकों की वर्षों पुरानी मांग वन रैंक वन पेंशन पूरी की है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास का ऐसा माडल बना रही है कि पहाड़ के युवा पलायन न करें।
हरीश रावत के सीट बदलने पर किया कटाक्ष
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए अमित शाह ने कहा कि हरीश रावत के पास उपलब्धियों के नाम पर गिनाने के लिए एक भी काम नहीं है। हरीश रावत सीट बदल रहे हैं। वह अभी तक स्थिर नहीं हो पाए हैं। गौरतलब है कि हरीश रावत पहले रामनगर से चुनाव लड़ने वाले थे। उनका टिकट भी घोषित कर दिया गया था, लेकिन 26 जनवरी को उनकी सीट बदलकर उन्हें कुमाऊं में लालकुआं से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया।