लाठरदेवा शेख के मदरसा दारुस्सलाम में पांच जून को होने वाला सर्व समाज एकता सम्मेलन विवादों में घिर गया है। दरअसल, आयोजक की ओर से सम्मेलन में डीजीपी समेत हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समुदाय के कई बड़े धर्म गुरुओं के हिस्सा लेने का प्रचार- प्रसार किया गया था।
बताया जा रहा है कि इसके लिए डीजीपी समेत कई धर्म गुरुओं से न तो कोई अनुमति ली गई थी और न ही उन्हें जानकारी दी गई थी। इस मामले में प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के महंत ने मदरसा प्रबंधक के खिलाफ झबरेड़ा थाने में तहरीर दी है। झबरेड़ा थाना क्षेत्र के लाठरदेवा शेख स्थित मदरसा दारुस्सलाम के प्रबंधक कारी शमीम अहमद की ओर से प्रचार प्रसार किया जा रहा था कि पांच जून की शाम को हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के धर्म गुरुओं का सम्मेलन व ईद मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इसमें सभी धर्म के जिम्मेदार पदाधिकारी और मुख्य अतिथि के रूप में डीजीपी अशोक कुमार हिस्सा लेंगे। प्रबंधक की ओर से कार्ड छपवाकर वितरित किए जा रहे थे लेकिन अब यह सम्मेलन बड़े विवादों में घिर गया है। प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
आश्रम की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का आरोप
उन्होंने कहा कि सम्मेलन की उन्हें सोशल मीडिया से जानकारी मिली है। सम्मेलन के पत्रक में उनका नाम भी छापा गया है। उनसे इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। आरोप लगाया कि प्रबंधक की ओर से उनके आश्रम की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने मदरसा प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। विवादों में घिरता देख सम्मेलन निरस्त कर दिया गया है। एसओ संजीव थपलियाल ने बताया कि वह फिलहाल अवकाश पर हैं। मामला उनके संज्ञान में है और सम्मेलन निरस्त कर दिया गया है।
सम्मेलन में जो अतिथि आने थे, उन्हें समय नहीं मिल पा रहा था। सभी अतिथियों की उपस्थिति नहीं होने के कारण सम्मेलन निरस्त कर दिया गया है। रही बात बिना अनुमति के नाम छापने और प्रचार करने के आरोपों की ये गलत हैं। उनकी सभी से फोन पर बात हुई थी। इस कारण इन सभी के कार्ड पर नाम छपवाए गए थे।