गाजा में 199 इस्राइली नागरिकों को बनाया गया बंधक; ईरान का दावा- हमले रोके जाएं तो लोगों को छोड़ेगा हमास

इस्राइल और हमास की जंग नौवें दिन भी जारी है। गाजा से आतंकी संगठन हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर हमला बोल दिया था। इस दौरान इस्राइल पर रॉकट की बारिश कर दी गई थी। उसके बाद से यरूशलम की ओर से जवाबी कार्रवाई जारी है। इससे पश्चिम एशिया में हिंसा का महौल है। हमास के हमलों का बदला लेने के लिए इस्राइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई की। इस संघर्ष में अब तक 2600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच इस्राइल की सेना ने दावा किया है कि हमास ने गाजा में कम से कम 199 इस्राइली नागरिकों को बंधक बना रखा है। इस्राइल के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह आंकड़ा पहले के 120 बंधकों के अनुमानित आंकड़े से काफी ज्यादा है। इस बीच ईरान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि हमास बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए इस्राइल को गाजा पर हवाई हमले रोकने होंगे।

ईरान के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर इस्राइल गाजा पट्टी पर हवाई हमले रोक देता है तो हमास 199 बंधकों को रिहा कर देगा। हालांकि, कनानी के दावे से उलट आतंकी समूह ने ऐसी कोई पेशकश करने की बात स्वीकार नहीं की है। हमास ने 199 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें इस्राइली समेत कई अन्य देशों के नागरिक शामिल हैं।

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी तेहरान में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि इस्राइल के खिलाफ लड़ाई में ईरान हमास का सबसे बड़ा समर्थक रहा है। हमास के अधिकारियों का कहना है कि वे बंधक बनाए गए नागरिकों को रिहा करने के लिए जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं, लेकिन  जिस तरह से गाजा में जानलेवा बमबारी की जा रही है, ऐसे में बंधकों की रिहाई के लि जरूरी कदम नहीं उठाए जा सकते।

कनानी ने हमास के हवाले से कहा कि वह इस्राइल के साथ सौदा करने पर विचार करेगा। बीते वक्त में हुए सौदों की तरह इस्राइल की ओर से बंधक बनाए गए हजारों फिलीस्तीनियों के बदले में बंधकों की रिहाई पर बात करेगा। कनानी ने हमास का जिक्र करते हुए कहा कि हमने सुना है कि उन्हें जंगर जारी रखने में कोई समस्या नहीं है। इसके लिए उनके पास जरूरी सैन्य क्षमता है।

इस्राइल की चेतावनी- हथियार डालो, शायद दया दिखाई जाए
इस्राइल के प्रवासी मामलों के मंत्री अमीचाई चिकली ने कहा कि जहां तक मुझे पता है, हमारे पास 120 से अधिक बंधकों की सूची है। हम उन्हें घर वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यह आसान नहीं होगा। जैसा कि आप जानते हैं कि हमास ने दया, मानवीय मूल्य को भी ताक पर रख दिया है। इसलिए हमें हमास से कोई उम्मीद नहीं है। फिर भी हमें विश्वास है कि हम बुद्धिमत्ता, प्रयासों से शायद उनमें से कुछ को बचा सकते हैं।

अमीचाई चिकली ने कहा कि हमास के आतंकवादियों के लिए मेरी सिफारिश है- हथियार डालो, अपने हाथ ऊपर करो, सुरंगों से बाहर निकलो। तब हम शायद आप पर दया दिखाएं। उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों को बताना चाहता हूं कि हम समान मूल्यों को साझा करते हैं। हम जीवन को महत्व देते हैं। हम अच्छाई को महत्व देते हैं। हम मानवीय मूल्यों में विश्वास करते हैं। 

उन्होंने मैं भारत के नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वह क्रूर जिहादी बर्बर इस्लामवादियों के खिलाफ इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर हमारे साथ रहने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सिर्फ हमारा युद्ध नहीं है, यह आपका भी युद्ध है और हम आपके समर्थन से इसे जीतेंगे।

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